भाई बहन की सेक्स कहानी

मेरा नाम निशा है मैं २१ साल की हॉट लड़की हू, मैं लुधियाना मे रहती हू, अभी मैं ग्रॅजुयेशन कर रही हू, मुझे इंटरनेट मे कई सारे आइडिया मिला है की भाई से कैसे सेक्स किया जाए, क्यों की मेरा मन अपने भाई से चुद्वने कर कर रहा था|

मेरा बड़ा भाई जो की मेरे से ३ साल का बड़ा है काफ़ी अच्छा शरीर है, एक दूं बॉडी बिल्डर किस्म का लड़का, एक दिन की बात है मैं इंटरनेट पर कुछ सेक्स साइट्स देख रही थी की तभी एक साइट ओपन हो गयी जिसमे सेक्स क बारे मे बताया हुआ था|

उसमे ब्रदर-सिस्टर इन्सेस्ट की कुछ स्टोरीस लिखी थी जिन्हे पढ़ कर पहले तो मुझे बिल्कुल अछा नही लगा. लेकिन फिर मुझे इश्स क बारे मे पता चला तो मैने उसमे से ब्रदर सिस्टर सेक्स स्टोरीस पढ़ी, जिससे मेरे दिल मे भी अपने ब्रदर क लिए फीलिंग्स आ गयी. तब मेरा मॅन भी करने लगा की मै बी अपने ब्रदर क साथ सेक्स करू|

अब जब बी मेरा ब्रदर घर मे अंडरगार्मेंट्स मे घूमता, तो मेरी आँखें बार बार उसके फ्रंट पार्ट पर जाती. फिर एक दिन रात को जब मेरा ब्रदर अपने रूम मे सो गया, तो मई चुपके से उसके रूम मे गयी, नाइट लॅंप चला कर उसे देखने लगी. वो अंडरवेर मे ही सोया हुआ था. मैने धीरे से उसका नाम बोला, लेकिन उसने कोई जवाब नही दिया| फिर मैने धीरे से उसके हाथ को टच किया, लेकिन उसने कोई मूव्मेंट नही की. वो सोया हुआ था|

मेरी हिम्मत और बढ़ गयी. मैने उसके लिप्स को टच किया| फिर उसके लिप्स पर अपने लिप्स से हल्की सी किस की. ऐसा करते ही मुझसे कंट्रोल ना हुआ, मेरी हिम्मत और बढ़ी. मैने अंडरवेर क उपर से उसके पेनिस को हल्का सा टच किया. टच करते ही मेरी बॉडी मे जैसे ज़ोर से करेंट लगा|

फिर मैं धीरे धीरे उसके पेनिस क उपर अपनी फिँगूरेस फिरने लगी| ऐसा करते ही मेरी पनटी मे मेरे लोवे जूसज़ निकालने लगे, और फिर मैं आकर अपने रूम मे लेट गयी|

मैं सारी रात यही सोचती रही की अब रोब्बीं क साथ सेक्स कैसे क्रू. फिर 2 दिन क बाद सनडे को मेरे पेरेंट्स एक पार्टी क लिए आउट ऑफ स्टेशन चले गये, वो पूरा दिन मई और मेरा ब्रदर घर पर अकेले रहना वेल थे. हमारे पेरेंट्स ने रात को वापिस आना था. मैने सोचा की यही मौका है. मैने पूरा प्लान बनाया. जब लंच टाइम हुआ तो मैं अपने रूम मे डोर बंद करके बैठ गयी. मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए|

अब मैं एक हाथ से अपने बूब्स प्रेस करने लगी और दूसरे हाथ से अपनी वेजाइना टच करने लगी. तभी मेरे ब्रदर ने मुझे लंच क लिए आवाज़ दी, लेकिन मैने कोई जवाब नही दिया. वो दरवाज़ा खोल क अंदर आ गया. अंदर का सीन देख क उसके पसीने निकल गये और वो बाहर चला गया. वो अपने रूम मे जाकर बैठ गया|

मैं बी बिना कपड़े पहने उसके रूम मे चली गयी और उसे बार बार सॉरी बोलने लगी. डब्ल्यू ओ कुछ नही बोला बस मेरे बूब्स की तरफ देखता रहा. मैं समाज गयी की उसे मेरी बॉडी अची लग रही है. मैं जाकर उसकी लेग्स पर बैठ गयी और उसे किस करे लगी. वो ब मेरा साथ देने लगा और मेरे बूब्स को प्रेस करने लगा|

फिर मैने उसके ब सारे कपड़े उतार दिए और उसके बेड पर लेट गयी. वो मेरे बूब्स को अपने मूह मे लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. फिर वो मेरी वेजाइना को चूसने लगा. मुझसे कंट्रोल नही हो रहा था और मेरे मूह से निकल गया “फक मईए रोब्बीं”. वो हासणे लगा. फिर उसने अपनी आल्मिराह से कॉन्डोंन निकाला. कॉन्डोंन पहन कर वो मेरे उपर लेट गया और 3-4 झटको क बाद उसका लंड मेरी फुददी मे गया(लंड, फुददी और छोड़ जैसे वर्ड्स मुझे मेरे ब्रदर ने सिखाए)|

वो ज़ोर ज़ोर से झटके मारने लगा. मैं ज़ोर ज़ोर से चीलाना लगी “फक मी, चोद दे मुझे मेरे भाई, चोद दे मुझे रोब्बीं, फाड़ दे मेरी, अयाया, चोद दे मुझे बहनचोड़”. मेरे मूह से बहनचोड़ सुन क वो बहुत खुश हुआ. फिर 5 मीं बाद हम दोनो रिलॅक्स हो गये. हम दोनो ने एक दूसरे को ई लव उ कहा और एक स्मूच की. अब हम दोनो हफ्ते मे 3 दिन ज़रूर सेक्स करते हैं, जब हमारे पेरेंट्स उपर अपने रूम मे सो जाते हैं. जब हम दोनो घर पे अकेले होते हैं, तो नंगे ही एक दूसरे क सामने घूमते हैं, और अकेले मे मैं रोब्बीं को बहनचोड़ बुलाती हू|

Leave a Comment