बारिश और गांड की खुजली
प्रणाम दोस्तो, आपका दोस्त करण गांड की चुदाई लेकर आपके सामने हाज़िर है। लंड देखते ही मुझे कुछ कुछ होने लग जाता है ऊपर से आजकल में अकेला रह रहा हूँ। बात ज्यादा पुरानी नहीं है, बहुत दिनों की कड़क गर्मी के बाद शाम को जब आसमान में काले बादल मंडराते देखे तो रूह खुश हो गई, सोचा क्यूँ ना