नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम राज हैं मैं कानपुर का रहने वाला हूँ। मैं दिखने में बहुत स्मार्ट हूँ। मेरी उम्र 25 साल हैं मेरी हाइट 5 फुट 7 इंच की है और मैं स्लिम बॉडी का मालिक हूँ।
पिछले साल की बात है मैं अपने एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गाँव में गया था। विदाई के बाद सारे रिश्तेदारों की अपने अपने घर जाने की तैयारी चल रही थी मैं भी सबसे मिल जुलकर अपने घर जाने को तैयार हो ही रहा था।
तभी मैंने एक लड़की को देखा जो बहुत ही खूबसूरत और मासूम सी लग रही थी। वो करीब 19-20 साल की लग रही थी वो शायद उसी गांव की ही रहने वाली थी।
उसे देखते ही शायद मुझे उससे प्यार हो गया था मेरी नज़र उससे हटने तो तैयार ही नहीं हो रही थी।
तभी मेरी मामी ने पीछे से आवाज़ दी और कहा बेटा, तुम बहुत दिनों बाद आए हो एक दो दिन और रुक जाओ गांव भी घूम लेना उस लड़की को देखने के बाद मेरा मन भी रुकने का था तो मैं चुप रह गया।
फिर मेरे मामा ने फोन पर मेरे पापा से बात करके मुझे रोक भी लिया थोड़ी देर बाद जब मैं घर से बाहर निकला तो मेरे साथ मेरा कज़िन भी था तभी वो मुझे छेड़ने लगा और कहने लगा कहा क्या हुआ भाई तुम इस लड़की को बड़े गौर से देख रहे थे।
मैंने टालते हुए कहा- नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, बस ऐसे ही लेकिन मुझे उस लड़की से पहली नज़र में ही प्यार हो गया हैं तो कज़िन ने कहा- अगर तुम बोलो, तो मैं कुछ बात आगे बढ़ाऊं?
वो बोला – तुम शाम 4 बजे मुझसे मिलो मैं तुम्हारी उससे सैटिंग करता हूँ मुझे बहुत ख़ुशी हो रही थी।
4 बजे मैंने अपने कजिन से पूछा तो उसने कहा – मैंने उसकी सहेली से तेरी सैटिंग के लिए बात कर ली है और उसने मुझे बोला है कि वो एक घंटे बाद वो तुझसे हैंडपंप पर मिलेगी।
मैंने कजिन को थैंक्यू कहा और मैं उसके साथ शाम को हैंडपंप के पास वाली जगह पर चला गया जब मैंने उस लड़की और करीब से देखा तो मेरी तो जैसे सांस ही अटक गई थी मैं सिर्फ़ उसे देखता ही रह गया।
जैसे ही उसने अपनी प्यारी सी आवाज़ में कहा- मैंने सुना है कि आप मुझसे मिलने को बहुत बेताब हैं?
ये सुनकर मेरी तो कुछ समझ में ही नहीं आया कि क्या कहा जाए।
मेरे मुँह से बस ये निकला- नहीं तो, बस मैं तो ऐसे ही आपसे मिलना चाह रहा था।
मैंने उससे कहा – मैंने तुम्हें जब से शादी वाले घर पर देखा, तब से ही बात करना चाहता था पर बात नहीं हो पाई क्योंकि वहां बहुत से लोग थे इसीलिए मैंने तुम्हें यहां बुलाया।
मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम शालू बताया। बस अब क्या था थोड़ी देर इधर उधर की बात हुई और वो वापस जाने को हुई मैंने उससे दुबारा मिलने के लिए कहा।
उसने कहा- मैं कल इसी टाइम यहां पर आऊंगी इतना बोलकर वो चली गई।
अगले दिन फिर से हम दोनों उसी टाइम पर मिले हम दोनों ने थोड़ी देर बात की।
मैंने झट से उसे अपना नम्बर दे दिया कुछ देर बाद जाते जाते मैंने उसे प्रपोज़ कर दिया, जिसका उसने कोई जवाब नहीं दिया।
मेरे ज़ोर देने पर उसने फोन पर बात करने का बोला और चली गई अगली सुबह मैं अपने घर वापिस आकर उसके फोन का इंतज़ार करने लगा।
पर दो दिन तक कोई कॉल नहीं आई।
अचानक रात के 10 बजे मेरे फोन की रिंग बजी। मैंने भी नींद में ही फोन उठाया और हैलो कहा उधर से जो आवाज़ आयी उसने तो मेरी नींद ही उड़ा दी थी।
वो बोली- जब आप मुझे शादी में घूर रहे थे, तो मैंने भी आपको देखा था और बहुत गुस्सा आया था पर आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा।
ऐसे ही मेरी उससे बात होने लगी वो ही मुझे मिस कॉल देती थी और मैं उसे कॉल बैक करता था धीरे धीरे हम दोनों लगभग रोज़ ही फोन पर बात करने लगे।
हमारी नज़दीकियां बढ़ने लगीं और हम सेक्स की बातें करने लगे ये सब मेरे और उसके लिए पहली बार था, जो मुझे बाद में मालूम पड़ा था।
अगली बार के मिलन पर हम सेक्स के लिए तैयार थे। एक दिन उससे बात करते हुए मैंने मिलने के लिए कहा तो उसने बताया कि अगले हफ्ते उसकी सहेली का घर दो दिन के लिए खाली रहेगा।
उसकी सहेली के घरवाले किसी शादी में जा रहे हैं और उसकी सहेली ने तबियत का बहाना करके जाने से मना कर दिया है। तय समय पर मैं उसकी सहेली के घर पहुँच गया।
शालू वहां पहले से ही मौजूद थी फिर हम पलंग पर बैठ गए और बहुत सी बातें की फिर हम एक दूसरे को चूमने लगे।
हमारी चूमाचाटी इतनी ज़्यादा लंबी हो गई कि हम दोनों हांफने लगे ये सब इसलिए हो पा रहा था क्योंकि यहां हम लोगों को कोई डर नहीं था।
कुछ ही देर में हम एक दूसरे पर टूट पड़े और हमारा चूमना चाटना शुरू हो गया इसी दौरान ना जाने कब मेरा एक हाथ उसकी चूची पर चला गया।
मैंने दोनों चूचियों को एक साथ दबाना शुरू कर दिया वो मादक आहें भरने लगी और सिसकारने लगी। हम दोनों अब गर्म होने लगे थे मैंने धीरे से उसकी कुर्ती के अन्दर हाथ डाल दिया और चूचियों को दबाने लगा।
उसने कपड़े उतारने में मेरी मदद की अब वो ऊपर सिर्फ़ ब्रा में रह गई थी उसके 32 साइज़ की चूचियों को मैं अभी भी दबाए जा रहा था और वो सिसकारी ले रही थी और मेरे होंठों पर होंठ लगा कर चूम रही थी।
वो कुछ ज्यादा ही जोश में आ गई थी और मेरे होंठों को काटने लगी थी अब मैं उसकी दोनों चूचियों को ब्रा के ऊपर से दबाने और चूसने लगा था।
फिर मैंने उसकी ब्रा को भी उसके बदन से अलग कर दिया वो भी किसी भूखी शेरनी की तरह मेरे ऊपर टूट पड़ी और उसने मेरी शर्ट व पैंट को उतार दिया
मैं सिर्फ़ कच्छी में रह गया था।
मैंने एक हाथ से उसकी पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को सहलाया तो वो मचल उठी उसने मुझे और कसके पकड़ लिया।
अब मेरा लंड उसकी जांघों पर टच हो रहा था जिससे उसे सिरहन सी होने लगी थी मैंने उसकी पैंटी को भी उतार दिया वो मेरे सामने पूरी नंगी हो गई थी।
मैं उसकी चिकनी चूत को देख कर जैसे पागल सा हो गया अगले ही पल मैं चूत के दाने को रगड़ने लगा जिससे उसके अन्दर जोश भर गया।
जल्द ही उसकी चूत गीली हो गई फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बेड पर पटक दिया उसके ऊपर चढ़ कर मैं उसे किस करने लगा।
मैंने उंगली चूत में घुसेड़ी तो वो मचल उठी क्योंकि अभी वो बिल्कुल सील पैक माल थी पहले मैंने एक उंगली धीरे से उसकी चूत में डाली और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा।
उसने भी मेरे 7.5 इंच के लंड को कच्छी के ऊपर से पकड़ लिया लंड का आकार महसूस करते ही वो एकदम से डर गई और उसने लंड छोड़ दिया।
मैं बहुत देर तक दूध चूसने के बाद नीचे की ओर बढ़ने लगा पेट से होते हुए नाभि और फिर उसकी चूत के ऊपर किस किया जिससे वो अपने पैर सिकोड़ने लगी।
मैंने फिर से उसकी टांगों को खोल कर उसकी चूत पर अपनी जीभ से चाटा वो मचल उठी मैंने जीभ उसकी चूत में पेल दी और जीभ से उसे खूब पेला
इससे वो झड़ने पर मजबूर हो गई मैंने उसका नमकीन सा रस चाट कर साफ कर दिया।
अब उसके चेहरे पर संतुष्ट होने का भाव साफ दिख रहा था. वो एकदम ढीली पड़ गई थी मैंने उसे चूमा।
मैंने उससे कहा- अब तुम्हारी बारी उसने मना कर दिया- मुझसे नहीं हो पाएगा।
मैंने उसे समझाया मगर वो नहीं मानी अब वो चुदने के लिए रेडी थी। मैंने उसकी चूत फैला कर अपने लंड का सुपारा चूत पर घिसा वो डर रही थी।
मैंने धीरे से उसकी चूत में लंड पेला वो दर्द से काँप उठी मैंने उसके होंठों पर अपने होंठों को रखकर जोरदार तरीके से चूमा और लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया इससे उसकी चूत फट गई थी सील टूट गई और खून बह निकला।
कुछ देर के बाद वो सामान्य हो गई और हम दोनों की चुदाई मस्ती से आगे बढ़ चली में उसकी चूत में लण्ड आगे पीछे करने लगा अब उसे भी मज़ा आ रहा था वो कहने लगी और तेज और तेज चोद दो फाड़ दो मेरी चूत को और मैं उसे तेजी से चोदे जा रहा था।
अब मुझे भी मज़ा आ रहा था करीब 15 मिनट की चुदाई करने के बाद हम दोनों झड़ गए। मेरा उसकी गांड मारने का बहुत मन था लेकिन उसने मेरा लोडा ही मुँह में लिया और जमकर चूसा। उससे अपना लोडा चुसवाने में मुझे बहुत मज़ा आया। लेकिन उसने गांड नहीं मारने दी क्योंकि यह उसके लिए पहली बार था लेकिन उसे चोदकर मज़ा बहुत आया दोस्तों।
तो आपको मेरी देसी गर्लफ्रेंड की चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में जरूर बताना।