हेलो दोस्तों, मैं सिमरन हूं मेरा कॉलेज ख़तम हो गया मैं ग्रेजुएट हो गई थी और मेरा ब्रेकअप भी हो चुका था मेरे बॉयफ्रेंड से।
इस वजह से मैं घर पे अकेली बोर होती रहती थी तो मैंने सोचा था कि घर पे बैठ कर बोर होने से अच्छा है कोई जॉब ही कर ली जाए।
मैंने जॉब सर्च करना शुरू कर दिया और एक छोटी सी कंपनी में इंटरव्यू भी देने चली गई, और सेलेक्ट भी हो गई।
यहां पे केवल 15-20 लोगो का स्टाफ ही था तो मुझे एडजस्ट होने में ज्यादा कोई परेशानी नहीं हुई और जल्दी ही सभी से मेरी दोस्ती भी हो गई।
हमारे बॉस जो एक परफेक्ट बिजनेस मैन थे, मगर बहुत ज्यादा गुस्से वाले और हर चीज़ उन्हें परफेक्ट और टाइम से चाहिए होती थी, उनका नाम जय था, और देखने में ठीक ठाक थे।
ऑफिस में सब मुझे पसंद करने लगे थे क्योंकि मैं ऑफिस की सबसे सुंदर लड़की थी और सभी मेरे साथ समय बिताना चाहते थे, और एक दिन ऑफिस लेट पहुंची तो मुझे जय सर ने केबिन में बुलाया और लेट होने का कारण पूछा।
मैंने उनको सब कुछ समझा दिया, सर ने भी मुझे ज्यादा कुछ नहीं कहा और केवल चेतावनी दे कर छोड़ दिया शायद इसलिए क्योंकि मैं बहुत सुंदर लग रही थी।
मैंने शार्ट स्कर्ट पहनना हुआ था जो मेरी जांघो और गांड पे कसा हुआ था और डीपनेक स्लीवलेस टॉप और मेरे खुले हुए घुंघराले बाल बहुत ही सुंदर दिख रहे थे, मैं केबिन से निकल के अपने डेस्क पर आ गई और काम करने लगी।
मगर थोड़ी देर बाद जब ध्यान दिया तो जय सर अपने केबिन के मिरर में से मुझे देख रहे थे, जो मुझे भी अच्छा लगा और मैंने भी एक नॉटी स्माइल पास कर दी, और अब ये रोज़ की बात बन गई थी।
मैं अब ज्यादा ही सज-संवर के ऑफिस जाने लगी थी, और सर भी किसी ना किसी काम के बहाने मुझे केबिन में बुलाते थे और मेरे बदन को निहारने लगते थे।
और कभी-कभी तो वो मेरे डेस्क के पास आ कर खड़े हो जाते हैं और मेरे स्तनों की गहराई में खो जाते थे ये सब मुझे भी पसंद आ रहा था।
एक दिन मैंने जानबूझ कर ऑफिस का काम लेट किया क्योंकि आज मेरे घर के सभी सदस्यों का फंक्शन मैं गया थे, रात के 8 बजे थे और सारा स्टाफ जा चुका था ऑफिस में केवल मैं, जय सर और ऑफिस बॉय ही थे।
जय – सिमरन कितना काम बाकी है.
मैं- बस 10 मिनट सर बस हो गया.
जय – अरे रहने दो कल कर लेना, ये भी जाने दो सिमरन।
मैं- ठीक है.
जय – सिमरन तुम लेट हो गई हो तो क्या मैं तुम्हें घर छोड़ दूँ।
मैं – ओकेकेके यह वास्तव में बहुत बढ़िया है सर धन्यवाद और हम सर की कार में निकल पड़े सारा टाइम सर मेरी तरफ ही देख रहे गाड़ी के ब्रेक लगते तो मेरे स्तन हिल जाते और उनकी नज़र मेरे स्तनों पर ही गढ़ जाती थी।
मैंने भी अब मज़े लेना शुरू कर दिया और सर के सामने ही अपने स्तनों पर उंगली घुमा देती थी जो कि वो देख रहे थे, और फिर मैंने देखा कि सर की पेंट टाइट हो चुकी है, और हम घर पहुंच गए।
मैंने सर को अंदर बुलाया और कॉफी ऑफर की और सर ने हा कह दिया और मेरे साथ अंदर आ गए, घर पे तो पहले ही कोई नहीं था तो मुझे किसी का डर भी नहीं था।
मगर सर ने पूछा सिमरन घर में कोई नहीं है क्या? मैंने भी कहा ओह्ह सर सॉरी मैं बताना भूल गई वो सब शादी पार्टी में गए है, और किचन में जा के कॉफी बनाने लगी, और जब मैं कॉफी ले के आई तो सर मेरी स्कर्ट की तरफ देख रहे थे जैसा कोई बच्चा आइसक्रीम की तरफ देखता है।
फिर सर ने पूछा तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है, मैंने कहा सर एक बॉयफ्रेंड था मेरा मगर अब नहीं है, सर बोल पड़े क्यों क्या हुआ तुम इतनी हॉट और सेक्सी हो।
अगर मैं होता तो तुम्हें कभी नहीं छोडता और मैंने भी उनकी बात में हा कह दिया और उनको एक टाइट हग कर लिया।
अब उन्होंने भी मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया था अब सर भी अपना काबू खोने लगे और उन्होंने भी अब मुझे गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया और फिर मैंने भी उनके होठों पर किस कर लिया।
सर ने अपनी जीभ मेरे मुँह में घुसा दी और मैंने भी चूमना शुरू कर दिया वो मेरे टॉप के ऊपर से ही मेरे स्तनों को दवाने लगे, और मेरा बदन भी अब कामवासना में जलने लगा, मुझे मजा आने लगा, क्योंकि बहुत दीन गुजर गए थे और मुझे कोई लंड नहीं मिला था।
फिर हम बेडरूम की तरफ चल दिए और उन्होंने जाते ही मुझे बिस्तर पर लिटा दिया उन्होंने मेरा टॉप उतार दिया के मेरी पिंक ब्रा को अलग कर दिया।
अब मेरे मोटे मोटे चूचे सर के हाथो में जो कि फुल के टाइट हो गए थे और वो मेरे चूचो को एक बच्चे की तरह चूसने लगे बहुत धीरे से मेरे निपल्स पे जीभ फिराया और चाटने लगे।
मेरे बदन में जैसे कोई करंट दौड़ रहा था मैं बेचैन हो चुकी थी और मेरी चूत बहुत टाइम से प्यासी थी तो मैं सिसक गई आह्ह्हह्ह्ह्ह और अब उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए और मेरी चूत में उंगली डाल दी।
उनकी उंगली मेरी चूत के दाने को छूती हुई अंदर बाहर हो रही थी जिसकी वजह से मेरी तड़प बढ़ती जा रही थी।
उनके लंड का एहसास मुझे मेरी जाँघों के ऊपर हो रहा था, मेरा हाथ सर के बालों को सहला रहा था और वो मेरी चूत की चुदाई उंगलियों से किये जा रहे थे।
मैं अचानक बेकाबू होकर बोल पड़ी प्लीज जय सर मुझे चोद दो।
फिर सर भी नंगे हो गए और पेंट उतारते ही उनका मोटा लंड मेरे मुंह से टकरा गया, मैं बस उनके लंड को अंखियां फाड़ के देख रही थी, उनका काला मोटा लंड जो करीब 8 इंच लंबा होगा ये लंड कुछ ज्यादा ही मोटा था।
अचानक जय सर बोले ले साली चूस इसको बहुत गरम हो रही है ना, अब इसको गरम कर और मैं चुपचाप उनका लंड मुँह में लेने की कोशिश करती रही मगर नहीं ले पा रही थी तो सर ने मेरे बाल पकड़े और मेरे मुँह में ज़बरदस्ती लंड घुसाना चाहा
मगर टोपा ही मेरे मुँह में अंदर गया और मैंने उनके टोपे को ही चाटना शुरू कर दिया और वो बीच बीच में मेरे चूचो पे थप्पड़ भी मार देते थे, जो मुझे और भी ज्यादा उत्तेजित बना रहा था और मैं ये बर्दाश्त ना कर पाई और फिर से बोल पड़ी सर प्लीज़ फ़क मी।
जय भी खुश हो गया, और लंड मेरी चूत के ऊपर रख के रगड़ने लगा मेरे चुत पर गरमा गर्म लण्ड की छुअन जैसे ही मुझे महसूस हुई मेरी तड़प और भी ज्यादा बढ़ गयी थी, मुझे तड़पता देख कर जय सर ने बिना देर किये अपना लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मेरी चूत की दीवारें खुल सी गई थी।
अब जय ने झटके मारे और मेरी आंखें बाहर आ गईं मुझे लगा मेरी चूत की सील फिर से खुल गई और मेरी चीख निकल गई अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह माआआ मैं मररर्रर्र गईइइइइइइ मैंने बोला सर कितना मोटा लंड है आपका, मेरी जान निकल गईइइइ।
जय सर बोले तेरे लिए ही है तू बस मजे कर और एक और जोरदार झटका लगा दिया, इस बार लंड मेरी चूत को गहराई से फाड़ता हुआ पूरा अंदर समा गया मैं चिल्ला रही थी अह्ह्ह्हह्ह माँ मर गईईईईईईई धीरे धीरे करो ना आराम से डालो।
मगर सर ने मेरी किसी बात पर ध्यान न दिया और एक के बाद एक झटके लगते चले गए मैं बस चीख चिल्ला रही थी अह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह्ह सिर्रर कितना मस्त मोटा आआह्ह्ह्ह्ह्ह लंड हैइइइइ आ ऊओह्ह्ह्ह चोदो मुझे चोदो मुझे चोदो आह्ह्ह्हह्ह चोदो मुझे कम ऑन सर और जोरर्र सीईईईई चोदो ना लगा आआअह्ह्ह्ह दो पूरा दम ओह्ह्ह्हह्ह मेरीइइइइइइ…
अब तक मैं 3 बार झड़ चुकी थी और मेरी चूत का हाल भी बेहाल था, तब तक सर ने मुझे घुमाया और डॉगी स्टाइल में आ जाने को कहा,
मैं भी जल्दी से घूम गई, और सर एक दम से मेरी गांड में उंगली डाल दी और कहा अब तेरी गांड भी मारूंगा।
मैंने उन्हें रोकने की कोशिश भी नहीं की क्योंकि मैंने गांड पहले भी मारवाई थी, मगर मैंने उन्हें कहा, सर पहले ये क्रीम लगा लो वरना मैं मर जाऊंगी और वो हंसने लगा और क्रीम अपने लंड पे और मेरी गांड में लगा दी।
और धीरे से लंड का टोपा मेरी गांड में डाल दिया, मैंने आंखें बंद कर ली और सर ने दूसरा झटका मारा और मेरी चीख निकल गई अब सर ने 5-6 झटके लगातर मारे और लंड पूरा अंदर कर दिया मेरे आंसू निकल आये थे।
मगर कुछ देर बाद मुझे अच्छा लगने लगा और दर्द अभी भी था मगर अब इस दर्द में मुझे सुकून मिल रहा था बीच बीच में जय मेरे स्तनों को भी मसल दिया करता था और फिर अचानक से झटके तेज़ हो गए और उसने अपना पानी मेरी गांड में ही निकाल दिया।
हम वॉशरूम गए और सब साफ किया, उसके बाद हम रात को साथ ही सो गए जब सुबह मैं उठी तो सर सो रहे थे मैंने सर को फॉरहेड किस की और बोली सुबह हो गई है उठ भी जाओ अब, वो भी उठ गए और मुझे गले लगाया और बोले आई लव यू सिमरन , मैंने भी उन्हें आई लव यू टू बोला।
उसके बाद सर मुझ पर कभी भी गुस्सा नहीं करते थे और मैं उनकी पसंदीदा थी, और जब भी मुझे मौका मिलता है मैं उनके केबिन में जा कर उनको गले लगाकर किस कर लेती थी।