हाय दोस्तो, मेरा नाम सुमीत है, मैं पुणे में रहता हूँ. मेरी उम्र 23 साल है. मैं आपको अपने कुछ कपल्स के साथ हुई शानदार सेक्स की घटनाओं में से एक पुणे के अविवाहित कपल के साथ किए गए सेक्स की घटना बता रहा हूँ
इस कहानी में झूठ या कुछ मिलावट का अंश मात्र भी नहीं है. कहानी मजेदार हो या न हो.. मैंने उस घटना को मजेदार बनाने के लिए मसाले या झूठ का सहारा नहीं लिया.
मैं बहुत दिनों से किसी कपल को खोज रहा था. अंत में मुझे एक साईट से मैसेज आया. वो गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड थे. उनकी उम्र 23 और 25 साल थी. लड़के का नाम योगी और लड़की का नाम पूजा था. हमने थ्री सम चुदाई का तय किया, दिन फिक्स किया और मिलने का प्रोग्राम बना लिया.
तय शुदा दिन पर हम सब एक ही कमरे में थे. पूजा को मैं पहली बार देख रहा था. उसकी प्यारी सी स्माइल और बहुत ही क्यूट लग रही थी. वो एकदम स्लिम थी, उसको देख कर लग ही नहीं रहा था कि इतनी प्यारी दिखने वाली लड़की इतनी चुदक्कड़ है कि अपने यार के सामने अपने गोरी जांघों के बीच के छेद में मेरा काला मोटा गर्म लौड़ा निगलने वाली थी.
योगी कह रहा था- सुमीत देखो ना, पूजा के होंठ कितने गुलाबी हैं.. और पूजा को किस करना बहुत पसंद है.
पूजा का मुँह तो शर्म से लाल हो उठा था.
मैंने भी शर्म छोड़ कर पूजा को अपनी बाँहों में खींच लिया और उसे किस करने लगा. इतनी देर शर्माने वाली पूजा मेरी जुबान को अपनी जुबान से चूस कर मेरा साथ देने लगी. पूजा तो बस आँखें बंद करके मेरे मुँह में जुबान डाल कर किस का मजा ले रही थी.
मैं उसकी पतली कमर को पकड़ कर उससे और लिपट रहा था. हम दोनों के होंठ पूरी तरह से गीले हो गए थे. हमारी चुम्मा-चाटी की आवाजें कमरे में गूंज रही थीं.
योगी हैरानी से देखता रहा कि उसकी शर्मीली जीएफ अचानक ही गर्म रंडी की तरह बाँहों में बाँहें डाल कर बस चूमे जा रही थी.
मैंने उसका टॉप उतारने के लिए किस करना छोड़ा तो जब उसको होंठ नजर आए. उसके होंठ पूरी तरह मेरे थूक से गीले हो चुके थे. वो देख कर योगी उत्तेजित होकर मेरे थूक से गीले हुए अपनी जीएफ के होंठों को किस करने लगा.
तब तक मैंने पूजा की ब्रा निकाली और उसको छोटे मम्मों को दबाने लगा. फिर मैं उसके निप्पल चूसने लगा. इस बीच योगी अभी भी पूजा को किस किए जा रहा था.
अब पूजा बहुत गर्म होने लगी, मेरे सर को अपने मम्मों पर दबाने लगी. उसके मुँह से मीठी सिसकारियां निकलने लगीं. मैंने उसकी पैंट और पैंटी भी निकाल दी. पूजा की टांगें एकदम गोरी चिकनी थी, उसकी चूत भी एकदम साफ़ थी, चिकनी चूत थी पूजा की. मैंने उसे लिटाया और उसकी चिकनी टांगों को पकड़ कर उसकी कामुक चूत में अपनी जुबान घुसेड़ दी.
अब तो पूजा बस अपनी चूत चटवाने का मजा लेने लगी और योगी उसके निप्पल चूसने लगा.
मैंने पूजा के हाथ में अपना लंड दे दिया, वो उसे सहलाने लगी. उसकी नाजुक उंगलियां मेरे मोटे काले लंड पर थीं. पूजा मेरे लंड को मस्ती से सहला रही थी. वक्त धुंआधार चुदाई का हो चला था. मैंने लंड को पूजा की चूत पर रखा और हल्का धक्का दे दिया. पूजा के मुँह से हल्की मादक सिसकारी उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकली और चूत में पूरा लंड जाते ही पूजा मुझसे लिपट गई. वो आँखें बंद करके मेरे लंड का मजा लेने लगी.
योगी बस मेरे लंड को देखे जा रहा था जो कि उसकी गर्लफ्रेंड की चूत की कस के चुदाई कर रहा था.
अब मैंने धक्के तेज कर दिए और अब पूजा भी मेरा साथ देने के लिए अपनी जांघें ऊंची करके मेरा लंड चूत में डलवा रही थी. हम दोनों को खूब मजा आ रहा था. पूजा आंह आंह कर रही थी और मैं उम्म उम्म्ह कर रहा था.
हम धकापेल चुदाई करते हुए लगभग एक साथ ही झड़ गए. मैंने पूजा की चूत में ही अपना माल निकाल दिया.
मैंने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला तो मेरा वीर्य बाहर बहने लगा, पूजा की गांड के छेद तक मेरा वीर्य बह रहा था. तभी योगी आया और वो अपनी गर्लफ्रेंड की चूत चाटने लगा. वो मेरा वीर्य भी चाट गया.
जो वीर्य पूजा की गांड पर लगा था, वो वीर्य योगी ने पूजा की गांड में उंगली घुसा कर अंदर डाल दिया. वो पूजा की गांड अपनी एक उंगली से मारने लगा. पूजा को बहुत मजा आ रहा था वो जोर जोर से सिसकारियां भर रही थी- मेरी गांड के उंगली घुसा दी माँ के लौड़े… लंड तो तेरा खड़ा होता नहीं मादर चोद… साले तू भी अपनी गांड मरवा ले सुमीत से…
तभी पूजा ने कामुकता के जोश में मुझे अपने पास बुलाया और मेरा लंड अपने मुख में लेकर चूसने लगी. धीरे धीरे मेरा लंड खड़ा होने लगा. जब पूरा सख्त हो गया मेरा लंड तो पूजा ने मुझे कहा- चल अब मेरी गांड मार इस लंड से!
पूजा ने योगी को लात मार कर पीछे हटा दिया और कुतिया बन कर अपनी गांड मेरी तरफ उठा दी. पूजा की गांड मेरे वीर्य से चिकनी हुई पड़ी थी, मैंने अपना लंड गांड के छेद पर टिकाया तो मेरा लंड आसानी से अंदर चला गया. मुझे लगा कि पूजा गांड मरवाने की शौकीन है और खूब गांड मरवाती है.
तभी योगी पूजा के नीचे घुस कर उसकी चूत चाटने लगा. पूजा तो आनन्द से जैसे पागल हुई जा रही थी.
थोड़ी देर में मैं पूजा की गांड में ही झड़ गया और पूजा की बगल में लेट गया, पूजा को किस करने लगा.
फिर मैं पूजा से बातें करने लगा. उसने मुझे बताया कि वो योगी को बहुत प्यार करती है लेकिन योगी का लंड इतना सख्त नहीं हो पाता है इसलिए उन दोनों ने सोचा कि पूजा को चुदाई का मजा कोई तीसरा ही दे सकता है.
मैंने पूजा से पूछा कि तुम्हारी गांड इतनी खुली क्यों है.
तो वो बोली- मुझे गांड मरवाने में बहुत मजा आता है. जब भी कोई लड़का मिलता है तो उससे गांड जरूर मरवाती हूँ. जब कोई नहीं मिलता तो योगी की उंगली से ही काम चलाती हूँ.
मैंने पूछा- पूजा ये बताओ कि तुमने अपनी पहली चुदाई योगी के साथ ही की थी?
तो बोली- अगर मैं सील बंद मिलती योगी को… तो ये मां का लौड़ा मेरी सील भी ना तोड़ पाता.
मैंने पूछा- तो तुम पहली बार किस से चुदी थी.
वो बोली- पहली बार मुझे मेरे सगे चाचा ने चोदा था.
मैंने पूछा- जबरदस्ती?
तो वो बोली- नहीं… बस चाचा ने मुझे पटा लिया था. मुझे बड़े प्यार से चाचा ने चोदा था पहली बार… दर्द तो बहुत हुआ था लेकिन मजा भी आया था. चाचा ने ही मुझे गांड मरवाने की आदत डाली.
मैंने पूछा- तो क्या तुम अब भी चुदती हो पाने चचा से?
वो बोली- नहीं… एक बार चाची ने हम दोनों को चुदाई करते पकड़ लिया था तो चाची ने चाचा को खूब डांटा डपटा और दूसरे शहर में तबादला करवा लिया. मैंने चाची की मिन्नतें की तो चाची ने घर में किसी को नहीं बताया.
थोड़ी देर बाद मैंने कहा- अच्छा तो पूजा, अब मुझे जाना होगा.
तो पूजा बोली- यार आधा घंटा और रुक जाओ… अभी मन नहीं भरा है… एक बार और मेरी गांड मारो ना!
मैंने कहा- नही यार पूजा, मैं दो बार झड़ चुका हूँ, अब लंड काफी देर बाद खड़ा होगा. कुछ दिन बाद का प्रोग्राम बना लेते हैं.
इसके बाद पुनः मिलने का वायदा करके हम अलग हो गए.