ग्रुप सेक्स-1

दोस्तों मेरा नाम राज हैं मैं कानपुर मैं रहता हूँ और शादीशुदा हूँ मेरी बहुत ही सेक्सी बीवी हैं जिसका नाम अंकिता हैं। मुझे ग्रुप सेक्स बहुत पसंद हैं।

एक रात मैं ग्रुप में चुदाई करने वाली वीडियो देख रहा था तभी एक लड़के का मेल आया यदि आप ग्रुप में चुदना पसंद करते हैं तो मुझसे संपर्क कर सकते हैं यह बात मैंने मेरी पत्नी को बताई तो वो सहमत नहीं हुई।

थोड़ी देर बाद मैंने उस लड़के को मेल किया उस लड़के का नाम मनु था उसने लिखा कि वो भी इस तरह का सेक्स करना चाहता है उसकी उम्र 32 वर्ष और उसकी बीवी नीतू की 28 वर्ष है मनु ने मुझसे कहा कि नीतू एक समय में दो- तीन मर्दों के साथ सेक्स करना चाहती है।

ये लोग भी कानपुर के रहने वाले हैं लेकिन मनु की इच्छा स्वैपिंग की थी मनु ने मुझसे कहा कि पहले तुम और मैं मिलकर नीतू को चोदेंगे फ़िर बाद में मेरी बीवी को।

मनु ने मुझे एक और कपल के बारे में बताया जिनका नाम सन्नी और सीमा था सन्नी- उम्र- 30, गोरा, लंबा, सीमा- उम्र- 27, सुंदर, 34-30-32 थे।

ये दोनों पति- पत्नी हैं कानपुर से ही. ये लोग तो वैसे पार्टनर बदल कर सेक्स करने के एक्सपर्ट हैं. लेकिन मैंने और सन्नी ने मिलकर एक दिन सीमा को चोदा था. सीमा बहुत ही हॉट और सेक्सी है. इसके बाद दोनों ने बताया की उन्होंने पार्टनर बदलकर सेक्स किया और उन्हें खूब मजा आया।

मेरी मुलाक़ात अभी तक नीतू और मनु से नहीं हुई थी फ़ोन पर सन्नी और मनु ने मुझे सब बताया अपनी चुदाई के बारे में।

कुछ दिनों के बाद एक दिन सन्नी ने मुझे फ़ोन किया कि तुम एक दिन का समय निकालकर आ सकते हो? मैंने पूछा कि क्यों? तो सन्नी ने बताया कि सीमा और मैंने तुम्हारी चुदाई की तारीफ मनु और नीतू के सामने की है और मैं और मनु चाहते हैं की एक ग्रुप सेक्स का प्रोग्राम बनाया जाए।

ये सुनकर मैंने कहा की ठीक है लेकिन मैं अकेले ही शामिल हो पाऊँगा क्योंकि मेरी बीवी तैयार नहीं होगी। सन्नी ने कहा अरे यार तू भाभी को मना ना एक बार तो मेने बोले की ठीक है में देखता हु, और फिर हमने प्रोग्राम बना लिया।

इसके कुछ दिन के बाद सन्नी का फ़ोन आया की शुक्रवार को चलना है, कानपुर से करीब 100 किलोमीटर दूर एक रिसॉर्ट है वहीँ पर चलना है सुबह 7 बजे घर से निकलना है। तभी मेरी बीवी के फ़ोन पर उसकी मम्मी का फ़ोन आया की उसके पिताजी जी तबियत अचानक से खराब हो गयी है, तो उसे वहा जाना पड़ा।

शुक्रवार को सन्नी ने सुबह 6 बजे फ़ोन किया और कहा कि तुम कहाँ पर रहोगे? मैंने एक जगह का नाम बताया। सन्नी के पास कार थी ठीक जगह पर पहुँच मैं उन लोगों से मिला। सन्नी गाड़ी चला रहा था। बगल में मनु बैठा था।

मैं पीछे नीतू और सीमा के साथ बैठ गया फ़िर मैंने नीतू को ध्यान से देखा क्या माल थी यार?  बूब्स- 36”, कमर- 34” और रंग गोरा, आँखें नशीली, देख कर जैसे चुदाई की भूख कभी शांत ही नहीं होती है।

फ़िर मैंने सीमा को देखा वो पहले से भी ज्यादा सेक्सी लगी। सीमा कार में बांये यानि मनु के ठीक पीछे बैठी थी नीतू बीच में और मैं दाहिनी तरफ़। मनु पहले सीमा को चोद चुका था इसलिए वो दोनों खुलकर बातें कर रहे थे।

करीब दो घंटे के बाद हम रिसॉर्ट में पहुंचे इस बीच रास्ते में अच्छी तरह से बाते हुई, नीतू मुझसे खुलकर बातें करने लगी। सन्नी ने पहले से ही एक डीलक्स रूम, डबल बेड का बुक करा लिया था। हम रूम में पहुँच कर पहले बारी- बारी से फ्रेश हुए फ़िर नाश्ते का आर्डर दिया।

नाश्ता करने के बाद हम सभी बेड पर बैठ कर बातें करने लगे। मनु ने कहा कि तुम और सन्नी मिलकर पहले नीतू को चोदों मैं और सीमा बैठकर देखेंगे।

मेरी बहुत दिन से इच्छा है कि नीतू को दो लोग मिलकर मेरे सामने चोदे। नीतू ने उस समय साडी पहनी थी। मनु सीमा के साथ बेड से उठकर सोफे पर चले गए।

मैंने नीतू का हाथ पकड़ कर खड़ा किया और उसके पीछे जाकर लो कट ब्लोउज से निकली हुई नंगी पीठ को चूमने लगा। उसकी ऊँचाई मुझसे थोडी ही कम थी। उसके साथ उसकी दोनों चूचियों को भी हाथ से पकड़ कर दबाने लगा क्या चूची थी! एक दम कठोर।

फ़िर सामने से सन्नी आकर उसके होठों को चूसने लगा. फ़िर मैंने नीतू का मुंह थोड़ा सा तिरछा कर उसके होठों को चूसने लगा सन्नी उस समय उसकी चूचियाँ दबा रहा था फ़िर मैंने एक हाथ नीचे ले जाकर उसके बड़ी गांड को ऊपर से सहलाने लगा।

इस बीच मनु उठकर आया और नीतू की साडी उतार दी और कहा कि जल्दी से चोदों इसको, फ़िर वो वापस चला गया सीमा के पास। सीमा के भी कुछ कपडे उतर गए थे लेकिन हम लोगों के पास उधर देखने कि फुर्सत नहीं थी।

फ़िर मैंने नीतू के ब्लोउज के हुक खोलकर उतार दिया. भीतर उसने काले रंग की ब्रा पहनी थी उसकी बड़ी-बड़ी चूचियाँ आधी बाहर निकली थी। सन्नी ने उसके पेटीकोट का नाडा धीरे से खोल दिया और पेटीकोट को उसकी बड़ी गांड से उतार दिया।

भीतर उसने काली पेंटी पहनी थी उसकी बुर के पास भीगा हुआ था जो की पेंटी के ऊपर से ही दिखाई दे रहा था. इसके बाद हमने पोजीशन बदल ली।

मैं नीचे की ओर गया और पेंटी से झनकती हुई गांड पर जीभ फिराने लगा सन्नी ने उसकी ब्रा भी उतार दी और उसके पूरी तरह तने हुए निप्पल को एक-एक कर चूसने लगा।

नीतू की आँखें उस समय बंद थी और वो पूरी तरह उत्तेजित हो गई थी फ़िर मैंने उसके पेट, नाभि, जांघों को चूमते हुए उसकी पेंटी उतारनी शुरू की क्या मस्त बुर थी उसकी! एक दम साफ़ जैसे चुदाई के लिए तैयार की गई हो!

मैंने बुर के ऊपर जीभ फिराना चालू किया तो वो बेड पर बैठ गयी मैंने जमीन पर बैठ कर ही उसकी टांगो को चौडा किया और उसकी बुर को चूसना शुरू किया. वो अपनी बुर को जैसे मुझे पूरा खिला देगी वैसे कर रही थी।

ऊपर सन्नी बेड पर बैठ उसकी चूचियाँ, होंठ, निप्पल बारी-बारी से चूस रहा था. नीतू उत्तेजना के मारे धीरे-धीरे बड़बड़ाने लगी… या…आ…ई ईई… मजा… आ रहा है. वो पूरी तरह से उत्तेजित हो गयी थी।

मैंने अपने पूरी जीभ उसकी बुर के भीतर तक घुसा दी थी, और एक अंगुली से उसकी क्लिट को रगड़ रहा था वो बोलने लगी- हाँ… ऐसे… ही… आई…आ…जीभ चोदते रहो… सन्नी… तुम… मेरी चूचियों को और जोर से… और जोर से… दबाओ…

मनु अब बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था वो भी पूरी तरह से नंगा था। वो नीतू के पास आया और उसकी चूचियों को दबाने लगा. तब तक सन्नी ने अपने कपड़े उतार कर नीतू को अपना तना हुआ लंड पकड़ा दिया था. वो उसे जोर से सहला रही थी।

मैंने भी अपने कपडे उतारे और अपने लिंग पर एक कंडोम चढाया और नीतू को डौगी स्टाइल में आने के लिए कहा। मैंने उसके पीछे से आकर उसकी रिसती हुई बुर में एक ही धक्का में अपना पूरा लंड घुसा दिया और जोर-जोर से चोदने लगा।

बेड पर नीतू की मुंह की तरफ़ सन्नी बैठा था और उसका लंड नीतू मुंह में लेकर चूस रही थी. मैं जितना जोर से धक्का मारता वो उतना ही सन्नी का लंड अपने मुंह में भर लेती।

मनु पास में ही बैठ कर हमें और जोर से चोदने के लिए उसका रहा था. सीमा भी पूरी तरह से नंगी होकर पास में ही बैठी थी मैंने कुछ देर तक उसे चोदा और झड़ गया. फ़िर सन्नी ने उसे बेड पर लिटाकर नोर्मल स्टाइल में चोदा झड़ने के बाद वो भी बगल में आकर लेट गया।

हमारी शेष चुदाई की कहानी अगले भाग में भी जारी रहेंगे।