दोस्तों, मेरा नाम काजल हैं मैं 23 साल की मस्त जवान, खूबसूरत और सेक्सी लड़की हूँ। मेरा बदन जवानी से पूरी तरह भर चुका हैं। मेरी जांघें मोटी मोटी हो गयीं हैं ।
लड़के मेरी स्कर्ट के नीचे झांक झांक कर मेरी चूत देखने की कोशिश करते हैं। मेरे बूब्स भी बड़े बड़े हो गए हैं।
मेरी कमर पतली और मेरी बाहें बड़ी सेक्सी दिखने लगीं हैं। मैं इसलिए स्लीवलेस कपड़े ही पहनती हूँ।
मेरी गांड तो मुझसे ज्यादा सेक्सी दिखने लगी हैं मेरे चेहरे पर जवानी का निखार साफ साफ झलकने लगा हैं
मैं लण्ड चूसने में बड़ी एक्सपर्ट हूँ बहुत दिनों से लंड नहीं मिला तो मैं लंड के लिए तड़पने लगी थी। मुझे लंड की तलब लगी हुई थी।
मैं सोचने लगी कि क्या करूँ? कहाँ चली जाऊं किसके पास जाऊं लंड के लिए? मुझे लंड के बिना न दिन में चैन मिलता था और न रात में!
किसी बड़े बूढ़े का लंड मिल जाए तो वह भी चल जायेगा। मैं यह सब सोच ही रही थी कि किसी ने डोर बेल बजा दी।
मैंने दरवाजा खोला तो सामने मेरी एक पुरानी दोस्त रितिका खड़ी थी। मैं उसे देख कर बड़ी खुश हो गयी।
रितिका मेरे कॉलेज की फ्रेंड है। उन दिनों हम दोनों मिलकर खूब धमाल मचाया करती थीं। खूब गालियां बका करतीं थीं, खूब न्यूड डांस किया करती थी और लंड बुर चूत भोसड़ा की खूब बातें किया करती थीं। क्या मस्ती भरे दिन थे वे!
मैंने रितिका को बड़े प्यार से बैठाया और उससे बातें करने लगी। फिर मैंने अपने दिल की बात बता दी।
मैंने कहा- यार, मैं लंड के तड़प रही हूँ, मैं बहुत चुदासी हूँ. मुझे किसी भी तरह कोई लंड दिलवाओ यार!
वह मुस्कराई और बोली- मैं जो कहूँगी वह करोगी?
मैंने कहा- जो तुम कहोगी मैं वह सब करूंगी. लंड के लिए मैं अपनी गांड भी मरवा सकती हूँ। मैं सब कुछ करने को तैयार हूँ।
वह बोली- अच्छा ठीक है, अब तू तैयार हो जा और चल मेरे साथ! लेकिन फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखना।
मैंने उसके गाल थपथपाकर कहा- अरे यार नहीं देखूंगी।
मैंने फटाफट अपना मेकअप किया और भड़कीले कपड़े पहन लिये जिससे मेरे जिस्म की खूबसूरती लोगों को दिखे।
रितिका मुझे अपनी कार में बैठा कर एक होटल में लेकर गई। कार पार्क करके वह मुझे अंदर मैनेजर के पास ले गयी।
मैनेजर भी एक लेडी थी। वह बहनचोद बहुत खूबसूरत थी। रितिका ने मुझे उससे मिलवाया।
मैं उससे मिलकर खुश हुई और वह मुझसे मिल कर!
रितिका बोली- मैडम ये मेरी पक्की दोस्त है काजल! यह वह सब करने के लिए तैयार है जो मैं करती हूँ।
तब तक मुझे यह नहीं मालूम था कि रितिका क्या करती है।
मैडम बोली- अच्छा तो आज मेरे पास इसके लिए एक काम है। लेकिन वह काम काजल अकेले नहीं करेगी तुमको भी साथ में करना होगा।
रितिका मान गयी और हां कह दिया।
मैडम अंदर किसी काम के लिए गयी तो मैंने पूछा- यार क्या करती हो तुम? बताओ न मुझे?
वह हंस कर बोली- लंड पेलती हूँ मैं लड़कियों की बुर में… आज तेरी बुर में लंड पेलूँगी।
मैंने कहा- यार मजाक न करो सच सच बताओ?
वह बोली- सच यह है कि आज कोई न कोई तो लंड पेलेगा तेरी चूत में… आज मैं तेरी बुर चुदवा कर ही मानूंगी।
मैं यह सुनकर मेरे बदन में एकदम से आग लग गयी।
इतने में मैडम आ गयी। वह बोली- तुम दोनों नीचे कमरे में चली जाओ। वहां पर दो लड़के हैं उनको तुम दोनों मिलकर खुश कर दो। जितनी देर तक वो चाहें उतनी देर तक उन्हें खुश करती रहो जैसा वो लोग चाहें, तुम लोग वैसा ही करती रहना। रितिका तुम तो सब जानती हो।
रितिका बोली- जी हां, मैं सब जानती हूँ और मैं काजल को भी सब समझा दूँगी।
मैं रितिका के साथ चली पड़ी।
मैंने पूछा- यार बताओ तो क्या करना है?
वह बोली- तुझे लंड चाहिए न?
मैंने कहा- हां यार, लंड तो बिल्कुल चाहिए।
वह बोली- बस फिर क्या … आज मैं दो दो लंड पेलूँगी तेरी बुर में!
रितिका हंसने लगी और मैं भी!
हम दोनों जब नीचे कमरे में पहुंची तो वहां दो मस्त जवान लड़के थे।
लड़के बेहद स्मार्ट हैंडसम और क्लीन शेव्ड थे। मैं तो देखते ही दोनों पर फ़िदा हो गयी।
उन लोगों ने हमें बड़े आदर और प्यार से अंदर बैठाया, अपना परिचय दिया- मैं अमित हूँ और ये मेरा दोस्त विशाल है।
मुझे यह तो पता चल गया कि ये लोग बड़े घराने के लड़के हैं और अय्याशी करने वाले मर्द हैं।
मैं समझ गयी कि आज मुझे इनसे अपनी चूत फड़वाने का बढ़िया मौक़ा मिलेगा।
अब मैं बस उनके लंड के दर्शन करने के लिए व्याकुल होने लगी।
तब तक टेबल पर ड्रिंक्स का सेट लग गया। हम सब उसका मज़ा लेने लगे।
अमित बोला- आज बहुत दिनों के बाद तुम लोगों जैसी खूबसूरत लड़कियां देख रहा हूँ। हमें तो खूबसूरत चीज पसंद हैं। पैसे चाहे जितने खर्च हो जाएँ पर चीज अच्छी मिलनी चाहिए।
रितिका बोली- मैं तो यहाँ पहले से आ रही हूँ … लेकिन आज काजल पहली बार आयी है।
अमित बोला- काजल तो बहुत सेक्सी और हॉट लड़की है, आज तो बड़ा मज़ा आयेगा।
विशाल बोला- नया माल है, मस्त माल है तो और ही अच्छा होगा।
रितिका ने कहा- जी हां, हमें मर्दों को खुश करना अच्छी तरह आता है। आप इसे हर तरफ से देख लो। कहो तो इसके कपड़े उतार दूँ? इसे बिल्कुल नंगी कर दूँ?
अमित बोला- नहीं कपड़े तो यह खुद उतारेगी अपने! मैं एक गाना बजा रहा हूँ तुम दोनों न्यूड डांस करते करते अपने कपड़े एक एक करके उतार देना। गाना ख़त्म होते ही बिल्कुल नंगी हो जाना। हम दोनों बैठ कर एन्जॉय करेंगे।
हम दोनों फ़ौरन उठ खड़ी हुईं और म्यूजिक बजते ही थिरकने लगी, ठुमके लगाने लगीं, एक एक करके अपने कपड़े भी उतारने लगीं।
वो दोनों शराब पीते पीते हम दोनों को एकटक देखने लगे।
मस्तियाँ दोनों तरफ बढ़ने लगीं। वासना सबके सर पर चढ़ी हुई थी।
चूत गर्म होने लगी और लंड में आग लगने लगी। मज़ा आने लगा।
दोनों एक स्वर में बोले- वाह क्या बात है तुम दोनों बहुत ही सेक्सी और हॉट हो. क्या मस्त चूचियाँ हैं तुम दोनों की, क्या मस्तानी चूत है तुम्हारी! लगता है कि आज हमें तुम्हारी गांड भी मारनी पड़ेगी।
गाना ख़त्म हुआ तो ने मुझे नंगी नंगी अपने गोद में बैठा लिया और जैकी ने अर्पणा को।
अमित मेरे नंगे बदन से खेलने लगा और विशाल रितिका के नंगे बदन से।
अमित मुझे चूमने चाटने लगा. मेरे गाल चूमे, मेरे होंठ चूमे, मेरी चूचियाँ और मेरे निप्पल चूमे। मेरी जाँघों पर, मेरे गांड मेरी चूत पर बड़े प्यार से हाथ फेरा और बोला- तुम तो सेक्स की मलिका हो यार! तेरे अंग अंग से सेक्स टपक रहा है।
उधर विशाल भी रितिका के नंगे जिस्म में खो गया।
मैं बहुत ज्यादा गर्म हो गयी थी। मैं उठी और अमित के कपड़े बड़ी बेशर्मी से खोलने लगी।
मैंने उसे पूरी तरह नंगा कर दिया और उसका खड़ा लंड पकड़ कर बड़े प्यार से चूमने लगी।
तब मैंने कहा- वॉव क्या मस्त लौड़ा है… कितना हैंडसम और मोटा तगड़ा है तेरा लंड! ये तो साला मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा बहनचोद… मेरी पसंद का है तेरा लंड।
मैंने भी उसका लंड अपने पूरे नंगे बदन पर घुमाया और फिर बड़ी मस्ती से लंड चाटने और चूसने लगी।
मेरे सामने रितिका भी विशाल का लंड चूसने चाटने लगी। हम दोनों अब दूसरी दुनिया में चली गयीं।
मुझे सच में बड़ा मज़ा आ रहा था।अमित घूम कर रितिका की बुर चाटने लगा और विशाल मेरी बुर चाटने लगा।
हम चारों को डबल मज़ा मिलने लगा।
मैं अमित का लंड चाट रही थी और विशाल मेरी बुर चाट रहा था।
मेरा मुंह रितिका की गांड की तरफ था और रितिका का मुंह मेरी गांड की तरफ।
मैं अमित से चुदवा रही थी और रितिका विशाल से चुदवा रही थी। यहाँ भी सबको डबल मज़ा आ रहा था।
मैं बीच बीच में विशाल का लण्ड रितिका की बुर से निकाल कर चाट लेती तो रितिका मेरी बुर से अमित का लंड निकाल कर चाट लेती।
चुदाई की आवाज़ें हमें बड़ी अच्छी लग रही थीं। चुदाई की महक से सारा कमरा भी महक गया था।
आज के जैसी चुदाई मैंने पहले कभी न देखी और न की। चुदाई की रफ्तार तेज हो गयी। उसी रफ़्तार से हमारी चूचियाँ भी नाचने लगी।
हम दोनों कॉल गर्ल भी चुदाई के हर धक्के का जवाब धक्के से देने लगीं। दोनों लंड इतने पावरफुल थे कि झड़ ही नहीं रहे थे।
जबकि मुझे लगा कि मैं शायद पहले झड़ जाऊंगी।इतने में विशाल ने लंड रितिका की बुर से निकाल कर मेरी बुर में ठोक दिया और अमित ने लंड मेरी बुर से निकाल कर रितिका की बुर में पेल दिया।
नया लंड घुसा मेरी बुर में तो नया मज़ा आने लगा। मैं तो सच में एकदम मदहोश हो गयी मुझे तो उम्मीद ही नहीं थी कि आज इतनी बढ़िया चुदाई होगी।
आखिर में जब मैंने जी भर के झड़ते हुए लंड पिए और चाटे तो मुझे पूरी संतुष्टि हुई। चलते समय मैडम ने हमें रुपये दिए तो मेरा चेहरा खिल उठा।
मैंने मन में कहा वाह क्या बात है लंड का मज़ा भी मिला और पैसे भी मिले।
दो दिन बाद किसी दूसरे होटल से एक फोन आ गया।
मैं पहुंची तो मैनेजर बोली- तुम कमरा नंबर 101 में चली जाओ। वहां एक कस्टमर है। वह काला है पर बड़ा हैंडसम है। उसे इंडियन गर्ल्स बहुत पसंद हैं। तुम उसे खुश कर दो।
तो मैं फ़ौरन उसके कमरे में पहुँच गयी। उससे मिली तो मन खुश हो गया।
वह लगभग 30 साल का आदमी होगा। मैं उसके सामने सोफा पर बैठ गयी।
वह मेरे आगे खड़ा हो गया और बोला- तुम बहुत खूबसूरत हो आई लव यू!
शायद वह बहुत जोश में था। बड़ा उत्तेजित था वह!
वह अपना खड़ा लंड खोल कर बोला- लो पहले मेरा लंड पियो मैं तुम्हें बाद में चोदूंगा।
उसका 8 इंच का फनफनाता हुआ लंड देख कर तो मेरी गांड फट गयी।
एकदम काला अज़गर जैसा लंड था उसका! मैंने सोच लिया कि आज मेरी चूत जरूर फट जाएगी। तब मैंने बड़े प्यार से लंड पकड़ा, उसकी चुम्मी ली और सुपारा चाटने लगी, फिर लंड मुंह में भर कर चूसने लगी।
उसके सुपारे से ही मेरा मुंह भर गया बहनचोद! मैं अंदर ही अंदर सुपारे के चारों तरफ अपनी जबान घुमाने लगी।
मैंने इस तरह से लंड चूसा कि वह झड़ गया मेरे मुंह में ही! मैं समझ गयी कि इसे मज़ा आ गया है।
फिर मैंने उसे पूरा नंगा किया, मैं भी पूरी तरह नंगी हो गयी। उसे बाथरूम में ले जाकर गर्म पानी से मैंने उसका लंड धोया और बाहर ले आयी।
हम दोनों ने नंगे नंगे ही खाना खाया और फिर कुछ देर में ही उसका लौड़ा फिर खड़ा हो गया।
इस बार उसने मेरी चूत का बाजा खूब तबियत से बजाया। मैंने भी उसके लंड का पूरा मज़ा लिया और मस्त हो गयी।
उसने मुझे रोक लिया और मुझे रात में 3 बार चोदा।
मैंने अपने आप से कहा – तू भोसड़ी वाली अब बन गयी है पोर्न गर्ल… कॉल गर्ल! अब तुझे लंड मिलते ही रहेगें और तेरी बुर चुदती ही रहेगी।
तो दोस्तो, यह थी मेरी चुदाई की कहानी जिसमें मैं कॉल गर्ल बनकर मज़ा ले रही थी आपको कैसी लगी मेरी ये कहानी कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।