टेलर के साथ बीडीएसम सेक्स

आप सभी दोस्तों को निधि का हेलो! आज मैं अपनी एक गर्म कहानी लेकर आपके लिए आई हूं।

कई बार मैं ऐसे ठरकी लोगों से मिलती हूं जो मेरे कहे मुताबिक मजा लेना पसंद करते हैं, और कई बार वो खुद ही चलकर मेरे पास आ जाते हैं।

हुआ क्या, मेरी पड़ोसन कविता मुझसे बात करने आयी।

हम दोनों दुनिया जहान की चुगलियां कर रही थीं तो उसने इस बीच मुझे रोशन के साथ हुआ उसका एक वाकया बताया।

रोशन एक टेलर है जिसकी दुकान मेरी बिल्डिंग में ही है। बिल्डिंग में रहने वाली लेडीज को वो खास सर्विस दिया करता है।

वह बदन का माप लेने खुद ही घर आ जाता है और डिलीवरी भी कर देता है।

कविता बोली- एक दिन दोपहर बाद रोशन मेरे घर आया। वो बार-बार पूछ रहा था कि मैं घर पर अकेली हूं क्या? मुझे नहीं पता था कि उसके मन में क्या चल रहा था, और ये समझने में मुझे काफी टाइम लग गया।

मैं- अगर उसने कुछ गलत हरकत करने की कोशिश की थी तो तुमने उसे रोका क्यों नहीं?

कविता – मैं उसे रोक ही नहीं पायी! मेरा मतलब, जिस तरह से वो बात कर रहा था और अपनी उंगलियां बदन पर चला रहा था … उफ्फ! नीचे से मेरी तो चूत गीली होने लगी थी, और मैं उसे चूत दे भी देती लेकिन ऐन वक्त पर मेरी नौकरानी ने घर की घंटी बजा दी।

कविता से रोशन टेलर के बारे में सुनकर मेरे मन में भी उसको ट्राई करने का एक मस्त आइडिया आया।

उस दोपहर मैंने रोशन को कॉल किया और मेरी एक ड्रेस के लिए माप लेने के लिए घर बुलाया।

वो मेरे घर पांच मिनट में आ पहुंचा।

उसने एक कुर्ता और लुंगी पहनी हुई थी। उसके गले में इंचटेप लटक रही थी और कान में ऊपर पेंसिल टंगी थी।

उसे देखकर लग रहा था कि बड़ा मेहनती टेलर है।

उसके बर्ताव को चेक करने के लिए मैंने एक ढीली टीशर्ट और टाइट शॉर्ट्स पहने थे। टीशर्ट में मेरे बड़े चूचे झलक रहे थे और शॉर्ट्स में मोटी गांड कसी हुई दिख रही थी।

मैंने दरवाजा खोला तो टेलर की नजरों में मुझे कुछ चमक दिखाई नहीं दी।

वो बहुत ही नर्म स्वभाव से बात कर रहा था और सीधे आंखों में देखकर बात कर रहा था। मैं उसे अंदर ले गई और उसके सामने खड़ी हो गई।

मैंने कहा- सोफे पर जो ड्रेस पड़ी है, उसके लिए ही माप लेना है।

टेलर ने वो कपड़ा उठाया और उस पर अपनी पतली उंगलियां फिराकर देखीं।

मुझे ध्यान आया कि कैसे कविता ने उसकी उंगलियां चलाने की कला के बारे में बताया था। लेकिन मैं उसे खुद के बदन पर महसूस करना चाहती थी।

रोशन- ठीक है मैडम, मैंने ड्रेस को चेक कर लिया है। अब मुझे आपके सुडौल बदन का माप चाहिए होगा।

उसने अपने दोनों हाथ हिला कर इशारे से मेरी बॉडी के कर्व्स को बताया।

अब वो बिना किसी हिचक के मेरी बॉडी को निहार रहा था।

लेडीज को अपनी बातों में लेने का उसका स्टाइल मुझे समझ में आ गया था लेकिन मैं अब इसे पक्का करने के इंतजार में थी।

वो मेरे सामने खड़ा हो गया और मेरी बांहें साइड में खुलवा दीं।

उसने मेरी बगलों से हथेलियों को चलाना शुरू किया, फिर धड़ पर, गांड पर, और आखिर में पैरों पर, ऊपर से नीचे तक ले गया।

इससे पहले कि मैं कुछ कहती, वो पीछे आया और मेरे स्तनों को दबोच लिया।

जब वो मेरी चूचियां दबा रहा था, उसके लंड वाला हिस्सा मैं अपनी गांड पर महसूस कर सकती थी।

लगातार मेरी चूचियां दबाने और मेरी गांड की दरार में अपना लंड घुसाने का उसका जोश तेज होता जा रहा था।

मैं- तो तुम ऐसे माप लेते हो?

रोशन- जब मैं औरतों के अंगों को छूता हूं तो वे मुझे कुछ नहीं कहती हैं। लेकिन मैं कहूंगा कि मैंने ऐसी खूबसूरती पहले कभी नहीं देखी है। आपको तो एक सुपरमॉडल या कुछ ऐसा जरूर होना चाहिए था।

कविता ने मुझे बताया था कि उसको भी रोशन ने कुछ ऐसा ही कहा था। यही उसकी ट्रिक थी।

वो ठरकी टेलर अभी भी मेरी चूचियों को सहलाए और दबाए जा रहा था।

अब मैं ये सोच रही थी कि इसको सबक कैसे सिखाया जाए।

रोशन- मैडम, मैं आपके शॉर्ट्स नीचे खींच रहा हूं, ताकि आपकी मोटी गांड का अच्छा नजारा देख सकूं। मैं नहीं चाहता कि ये गलत तरीके से बनाई गई ड्रेस में भिंची रहे।

यह कहते हुए उसने मेरे शॉर्ट्स को खींच दिया और मेरे चूत़ड़ों के साथ खेलने लगा।

नीचे से मैंने पैंटी भी नहीं पहनी थी और इससे उसे मेरी नंगी गांड का मस्त नजारा मिल रहा था।

रोशन ने मेरी गांड की दरार में उंगली चलाना शुरू किया।

मुझे ये काफी कामुक करने वाला लगा लेकिन चूंकि इसमें मेरी सहमति नहीं थी तो मैंने सोचा कि इसको सबक सिखाना जरूरी है।

मैं दूसरी तरफ घूम गई और उसका कुर्ता पकड़ते हुए उसकी नजरों में नजर मिलायी- तुम मेरे साथ खेल खेल रहे हो? शायद औरत के साथ छेड़खानी करने की तुम्हें काफी जल्दी रहती है।

दूसरी औरतें शायद घबराकर और प्राइवेसी के लिए तुम्हें बर्दाश्त कर लेती होंगी, लेकिन आज तुम एक शेरनी की गुफा में चले आये हो।

रोशन- मैं समझा नहीं मै़डम! इतनी खूबसूरत औरत मुझ पर शक कैसे कर सकती है? मेरा मतलब, आपने सुना नहीं कि मैंने आपकी बॉडी की कैसे तारीफ की है? आप देख सकती हो कि इस वक्त मेरी क्या हालत हो रही है।

उसके लंड वाली जगह पर लुंगी ने तंबू बना लिया था।

मेरे बदन को छूने के बाद इस कमीने का लंड पूरा जोश में तन गया था।

मैं- क्या तुम चाहते हो कि मैं तुम्हारे लंड का ध्यान रखूं? मैंने उसे उकसाते हुए पूछा.

अब मैंने उसको कोने में कर लिया था।

उसकी आंखों में अब मेरे लिये हवस मुझे साफ नजर आ रही थी।

लेडीज़ टेलर सेक्स से भरी निगाहों के साथ मुस्कराया और मेरी चूत को हाथ में भर लिया और चूत के होंठों को सहलाने लगा।

मैं- मुझे लगता है कि हमें इससे किसी अच्छी जगह चलकर मजा लेना चाहिए। चलो अंदर चलकर मजा लूटते हैं।

उसे मैं अपने बेडरूम में ले गई और अपनी अलमारी के पास खड़ा कर लिया।

मैंने उससे आंखें बंद करने के लिए कहा और उससे इंतजार करने के लिए कहा, जब तक मैं उसके लिए तैयार होकर आती हूं।

वो उत्तेजना में अपनी आंखें बंद किए वहां खड़ा रहा।

मैंने दो हथकड़ियां उठा लीं, उसके हाथों में वो बांधीं और उन्हें अलमारी से लॉक कर दिया।

जब उसे लगा कि वो कैद में है तो हैरानी से उसने अपनी आंखें खोलीं।

मैंने उसकी लुंगी खोल दी और उसका बड़ा काला लंड मुझे दिखा।

मुझे बहुत खुशी हो रही थी उसे बांधकर!

मैं- तो अब अगर तुम्हारा लंड मुझे देखकर सख्त हो जाता है तो तुम परेशानी में पड़ने वाले हो मिस्टर!

मैंने अपनी टीशर्ट उतारी और उसके सामने पूरी नंगी खड़ी हो गई।

उसने मुझसे ध्यान हटाने के लिए अपनी आंखें बंद कर लीं लेकिन इससे कुछ फर्क न पड़ा।

इससे पहले कि वो जान पाता कि मैं आगे क्या करने वाली हूं, मैंने अपनी मोटी गांड को उसके लंड पर रगड़ना शुरू कर दिया।

मैं गांड की दरार को उसके लंड पर रगड़ रही थी।

उसे और ज्यादा उत्तेजित करने के लिए मैंने सिसकारियां लेना शुरू कर दिया और उसे बताने लगी कि मैं अपनी गांड और चूत के साथ उससे क्या क्या करवाना चाहती हूं।

कुछ सेकेंड्स में ही उसका उसका लंड सख्त होने लगा।

होते होते लंड पूरा तनकर झटके देने लगा और इससे मेरी चूत भी गीली हो गई थी।

मैंने उसके लंड के टोपे पर हाथ रखा और उस पर उंगलियां फिराने लगीं।

मैं- इससे पहले कि मैं वो करूं जो मैंने तुम्हारे साथ करने का सोचा है, याद रहे कि मुझे तुम सारी सर्विस फ्री में दोगे।

वो कुछ कहने वाला ही था कि मैंने उसके लंड पर थप्पड़ मारकर उसे सेक्स के मजे और पागलपन का अहसास करवा दिया जिससे उसकी दर्द भरी सिसकारी निकल गई।

मैंने उससे कई बार ये भी पूछा कि उसके इरादे क्या थे लेकिन उसने कुछ नहीं बताया।

इसलिए मैंने उसके लंड को खींचे हुए ही उसकी गोटियों पर भी हाथ से हल्के हल्के मारना शुरू कर दिया।

रोशन- मेरे मुंह से कुछ उगलवाने के लिए तुम्हें इनको और कसकर भींचना होगा। अपने हाथों की जगह मुंह से मेरी गोटियों से क्यों नहीं खेलती?

मैंने लंड को टोपे को भींच लिया और टोपे के सबसे निचले भाग को कसकर मुट्ठी से रगड़ने लगी।

रोशन- नहीं नहीं … ऐसे मत करो प्लीज! इतनी जल्दी मैं झड़ना नहीं चाहता हूं। ठीक है, मैं बताता हूं।

हां, मैं ऐसे ही औरतों के पास जाता हूं और जब से मैंने यहां काम करना शुरू किया है, मैं तुम्हारे बदन को भी ऐसे ही चेक करना चाहता था।

मैं-  कमीने! चलो, अपने घुटनों पर झुक जाओ।

मैंने उसकी हथकड़ियां निकाल दीं और उसे घुटनों पर कर लिया।

वो मेरी फिगर को चमकीली आंखों से देख रहा था।

मैंने सोचा कि उसको इसकी कद्र करना सिखाया जाए।

मैं- सुन कुत्ते! मेरी गांड को चाटना शुरू कर और जब तक मैं न कहूं रुकना मत!

वो इस मौके पर जैसे लपक पड़ा और मेरी गांड को मजे में चूसने-चाटने लगा।

उसने मेरे चूतड़ों के हर हिस्से को चाट लिया और मेरी गांड की दरार में जैसे मुंह चिपका कर बैठ गया।

मैं- नहीं डॉगी! गांड के छेद पर तब जाना, जब मैं तुमसे कहूं।

रोशन- प्लीज मैडम, मैं आपकी गांड के छेद को प्यार करने के लिए मरा जा रहा हूं। इस कुत्ते का दिन बना दो आज!

मैं- ठीक है डॉगी, मेरे पैर वैसे तो खड़े रहकर थक चुके हैं लेकिन तुम मेरी गांड में जीभ से चोदो, चलो।

जब उसने मेरी गांड में जीभ डालना शुरू किया तो उसी वक्त कविता का फोन आने लगा।

उसने रोशन को मेरे घर में घुसते देख लिया था इसलिए उसने कॉल किया था।

मैं- हां कविता, रोशन मेरे घर में मजा दे रहा है, मेरा मतलब माप ले रहा है। अभी वह मेरी पाव रोटी खा रहा है, उसे भूख लगी थी। हां, घर में ही बनी हैं। मुझे तुम्हारा तो नहीं पता, लेकिन तुम्हारे पति को वो जरूर पसंद आएंगीं।

मेरी सिसकारियों से कविता को शायद कुछ भनक जरूर लग गई होगी कि अंदर कुछ तो कामुक चल रहा है।

रोशन ने मेरे चूतड़ों को खोलकर फैला रखा था और जोर से मेरी गीली गांड में जीभ घुसा घुसाकर चाट रहा था। मैंने उसे खड़ा होने के लिए कहा।

वो उठा और उसका लंड सामने की ओर तोप की तरह तना खड़ा था।

मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और अपनी जांघों के बीच में जकड़ लिया।

उसने भी मेरे चूतड़ों को भींच लिया और अपना लंड मेरी चूत के पास घुसाने की कोशिश की।

मैं- अभी नहीं डॉगी! अभी पहले मुझे जांघ मैथुन करने दो। मुझे नहीं पता कि तुम मेरी चूत के अंदर कितने देर टिक पाओगे। मुझे तुम्हारा माल अंदर नहीं छुड़वाना है। चलो, अब मेरी जांघों को चोदो, जितना जोर से तुम चोद सकते हो।

रोशन ने मेरी बात खत्म होने का भी इंतजार नहीं किया, उसने मेरे चूतड़ों को कसकर पकड़ा और अपने पतले शरीर की ओर उनको धकेलने लगा।

वो साथ में एक निप्पल को चूस भी रहा था।

मैं उसकी गर्म और तेजी से चलती सांसों को अपनी चूची पर महसूस कर रही थी।

वो तेजी से मेरी जांघों के बीच लंड से चोद रहा था।

उसके लंड का कड़ापन मुझे अच्छी तरह महसूस हो रहा था।

मैं इसे चूत में लेना चाहती थी लेकिन उसके शीघ्रपतन का रिस्क मैं नहीं लेना चाह रही थी क्योंकि वो बहुत ज्यादा जोश में आ चुका था।

उसने कुछ मिनट मेरी जांघों को चोदा और फिर एकदम से झड़ गया।

लंड से निकले उसके वीर्य की धार इतनी तेज थी कि वो बेड के नीचे तक जाकर लगी।

जब उसका वीर्य छूट रहा था, उसकी उंगलियां मेरी गांड की दरार में चिपकी थीं और उनमें से दो मेरी गांड के छेद में घुसी थीं।

वो मेरे निप्पलों को जोर से चूस रहा था और मैं बड़ी मुश्किल से अपनी सिसकारियों को रोक कर रखे हुए थी।

फिर महसूस हुआ कि मेरे बदन पर उसकी पकड़ ढीली पड़ गई।

मैंने उसे धकेला और उसके चेहरे की हालत को मजा लेकर देखने लगी।

ऐसा लग रहा था कि जिंदगी में पहली बार उस लेडीज़ टेलर को सेक्स का कुछ मजा मिला है।

बेड और फर्श पर से उसने अपने वीर्य के दाग साफ किए।

जाने से पहले उसने पूछा कि क्या वह माप लेने के लिए दोबारा कभी आ सकता है या नहीं।

मैं- मुझे तुमसे कुछ जरूरी काम है। लेकिन अभी मैं चाहती हूं कि तुम आराम करो। अगली मुलाकात तुम्हारी जिंदगी में एक बार मिलने वाला मौका होगी।

ये सुनकर रोशन का चेहरा चमक उठा और वो चला गया। जाहिर तौर पर मैंने उसके लिए एक काम सोचा हुआ था।

तो दोस्तो, रोशन टेलर को मैंने ऐसे काबू में किया।

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