मैरिड कपल के साथ सेक्स

दोस्तों मैं खुशबु आपको मेरी सेक्स की कहानी बताने के लिए हाज़िर हूँ एक दिन मेरे पास फ़ोन में एक मैसेज आया एक मैरिड कपल की रिक्वेस्ट आई जिनका नाम वरुण और शिखा और था।

जब उनकी रिक्वेस्ट आई तो मैंने उनकी रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर ली और हमारी बातों का सिलसिला शुरू हो गया।

उन्होंने अपने बारे में बताया कि वो शादीशुदा हैं। वरुण एक जिम ट्रेनर है, उनका अपना खुद का एक जिम है। वरुण ने मुझे अपनी उम्र 33 और शिखा की उम्र 30 साल की बताई।

कुछ ही दिनों में मेरी उनसे दोस्ती बहुत ही अच्छी हो गई। वो दोनों बहुत ही ओपन माइंडेड थे, हम खूब चुदाई की बातें करने लगे। एक दूसरे से कभी-कभी हम रात में फ़ोन सेक्स भी करने लगे, वरुण मुझे फ़ोन पर जम कर चुदाई की बातें करते हुए चोदता.. जिसमें मुझे बहुत मजा आता था।

फिर एक दिन वरुण का फ़ोन आया और उन्होंने मुझे मिलने के लिए बोला। पहले तो मैंने साफ मना कर दिया क्योंकि हम सभी एक ही शहर के थे।
पर उनके बार-बार रिक्वेस्ट करने पर मैंने भी सोची कि एक बार मिलने में क्या हर्ज है, मैंने ‘हाँ’ कर दी।

अगले दिन हम एक मॉल के रेस्टोरेंट में मिले। वरुण दिखने में बहुत ही कामुक था.. उसका गठीला बदन देख कर तो मेरा उससे चुदने का मन करने लगा था। शिखा भी काफी सुन्दर थी।

रेस्टोरेंट में कॉफ़ी पीने के बाद हमने थोड़ा वक्त मॉल घूम कर बिताया, फिर वरुण ने कहा- चलो हम तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ देते हैं।

मैंने उन्हें मना कर दिया- नहीं.. मैं खुद चली जाऊँगी। मैं उनसे विदा लेकर अपने घर आ गई।

वरुण और शिखा से मिलने के बाद तो मेरी वरुण से चुदवाने के इच्छा बढ़ती ही जा रही थी और मेरे लिए ये एक नया एक्सपीरियंस था.. क्योंकि वो एक मैरिड कपल थे.. जिसमें उसकी वाइफ भी शामिल थी।

शायद उधर वरुण का भी यही हाल था। वरुण और शिखा ने मुझे बताया कि उन्होंने काफी कपल स्वैप किया है.. उन्हें इस तरीके से सेक्स करना बहुत पसंद है।

अब तो वरुण लगभग रोज रात में मुझ से फ़ोन सेक्स करने लगे और कहते- खुशबु , तुम्हें रियल में चोदने का बहुत मन है।

एक दिन वरुण ने बोला- चलो न.. रियल चुदाई का प्लान बनाते हैं.. बहुत हो गया ये फ़ोन सेक्स.. अब इसमें मजा नहीं आता। अब तो तुम्हें रियल में चोदने का बहुत मन है।

मुझे अब दो चूत एक साथ चोदने का बहुत मन है। हमने कपल स्वैप तो बहुत किया है.. पर मैंने कभी दो चूत एक साथ नहीं चोदी हैं। मेरी ये इच्छा तुम पूरी कर दो खुशबु ।

चूंकि मेरा भी अब चुदाई का बहुत मन था.. तो मैंने भी हाँ कर दी। तो वरुण ने अगले सन्डे को उसी मॉल में मिलने के लिए कहा।

वरुण ने मुझे बताया- हम उसी मॉल में मिलेंगे अगले सन्डे मैं तैयार हो कर मॉल पहुँच गई। फिर वरुण और शिखा भी आ गए। शिखा और मैं मॉल में चले गए और वरुण अपने रिलेटिव के पास चले गए।

मॉल में मैंने शिखा से पूछा- हम यहाँ मॉल में क्या करेंगे? शिखा ने कहा- शॉपिंग..

वो मुझे एक अंडरगारमेंट की शॉप में लेकर गई। शिखा ने मुझे बताया कि वो जब भी किसी के साथ स्वैप करते है तो सामने वाले को ब्रा-पैंटी गिफ्ट करते हैं। आज मैं तुम्हें यहाँ से एक सेक्सी ब्रा-पैंटी दिलाऊँगी.. जिसे तुम आज पहनोगी और जिसे देख कर वरुण खुश हो जाएगा।

फिर शिखा ने मुझे बहुत ही सेक्सी और थोड़ी ट्रांसपेरेंट ब्लैक कलर की ब्रा-पैंटी दिलाई और उसने भी अपने लिए एक रेड कलर की ब्रा-पैंटी ले ली।

कुछ ही देर बाद वरुण का भी कॉल गया। उसने कहा- वो मॉल के बाहर खड़ा है।

हम दोनों मॉल से निकल कर बाहर आए तो शिखा ने मुझे कार की अगली सीट पर बैठने के लिए कहा। मैं आगे बैठ गई अब हम उनके घर की तरफ जाने लगे।

मेरे मन में एक अजीब हलचल हो रही थी। तभी वरुण ने अपना एक हाथ मेरी जांघ पर रखा और धीरे-धीरे सहलाने लगा, मैं उसकी तरफ देख कर मुस्कुराने लगी।

फिर उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और उठा कर उसे अपने लंड के ऊपर रख कर बोलने लगा- देखो खुशबु तुम्हें अपने पास देख कर ये खड़ा होने लगा है।

मैंने वरुण से कहा- अपने लंड को बोलो कि कुछ टाइम इन्तजार करे और अभी गाड़ी चलाने में ध्यान दो.. घर पहुँच कर आपके लंड को पूरे मजे मिलेंगे।

कुछ देर बाद हम घर पहुँच गए। उनका घर एक अपार्टमेंट की बिल्डिंग में था। घर पहुँच कर शिखा ने वरुण से कहा- तुम यहीं लिविंग रूम में बैठो.. मैं और खुशबु तैयार हो कर आते हैं।

शिखा मुझे अपने कमरे में लेकर गई। उसने मुझे मेरी ब्रा-पैंटी वाला पैकिट दिया और बोली- लो पहन लो इसे। मुझे थोड़ी शर्म आ रही थी, तब शिखा बोली- अब अगर तुम इतना शर्माओगी तो चुदवाओगी कैसे?

इतना कह कर शिखा ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और नई ब्रा-पैंटी पहनने लगी। उसे देख कर मैंने भी अपने कपड़े उतारे और नई ब्रा-पैंटी पहन ली।

तभी वरुण की आवाज आई- कितना टाइम लगेगा? तो शिखा ने कहा- सब्र करो.. सब्र का फल मीठा होगा।

शिखा ने मुझे देखा और कहा- खुशबु तुम बहुत ही सेक्सी लग रही हो.. पर अगर अभी से वरुण को तुम्हारे चूचे और चूत दिख गई तो क्या फायदा.. इस ब्रा-पैंटी का मतलब होगा।

क्योंकि वो ब्रा-पैंटी एकदम ट्रांसपेरेंट थी। तब शिखा ने मुझे एक सेक्सी सी नाइटी दी और कहा- इसे भी पहन लो।

मैंने वो नाइटी भी पहन ली। जब शिखा और मैं तैयार हो कर बाहर आए.. तो मैंने देखा कि वरुण सोफे पर सिर्फ अंडरवियर पहने बैठा था और उसके कपड़े टेबल पर पड़े थे।

वरुण ने वाइट कलर की अंडरवियर पहनी थी। हमें देख कर उसने अपने लौड़े पर हाथ फेरते हुए कहा- आओ मेरे पास आ जाओ।

मैं और शिखा भी सोफे पर बैठ गए। इससे पहले वरुण मेरे साथ कुछ करता, शिखा ने कहा- खुशबु तुम पहले चुदवाना चाहती हो या चुदाई देखना चाहती हो?

मैंने तो कहा- मुझे तो पहले चुदाई देखनी है।

अब शिखा ने अपने होंठ वरुण के होंठ पर रख दिए और उसे चुम्बन करने लगी.. पर वरुण की नजरें तो मेरे ऊपर ही थीं। कुछ देर तक उनकी चूमा-चाटी चलती रही, फिर वरुण ने अपना हाथ मेरी कमर में डाल कर मुझे अपनी तरफ खींचा। तो शिखा ने कहा- खुशबु वरुण का लंड देखना चाहोगी।

मैंने अपना सर हाँ में हिलाया.. तो शिखा ने वरुण की अंडरवियर को कुछ नीचे करते हुए लंड को बाहर निकाला जो कि एकदम खड़ा हो चुका था।
वरुण का लंड देख कर मेरी आँखों में एक चमक आ गई, उसका लंड बहुत ही जोरदार था, काफी मोटा और लंबा था।

एक तो उसका शरीर इतना गठीला था ऊपर से लंड भी जोरदार था। लंड देख कर तो मुझे मजा ही आ गया। शिखा ने लंड बाहर निकाल कर मुझे दिखाया और उसे चूसने लगी।

तब वरुण ने मुझे ओर अपनी तरफ खींच और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख कर मुझे चुम्बन करने लगा। नीचे शिखा वरुण का लंड चूस रही थी और इधर वरुण मेरा साथ चूमा-चाटी कर रहा था।

वरुण मेरी नाइटी उतारने लगा और मेरे मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा। उधर शिखा भी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और वरुण मेरे मम्मों को दबा रहा था। मैं भी अब गर्म होने लगी थी।

शिखा उठी और उसने अपनी ब्रा-पैंटी उतार दी और मुझे वरुण का लंड चूसने का इशारा किया। मैं सोफे से उठ कर नीचे घुटनों के बल बैठ गई और अपना मुँह वरुण के लंड के पास ले ही जा रही थी कि वरुण ने मेरा सर पकड़ कर इस तरह दबाया कि उसका पूरा लंड मेरे मुँह में घुस गया।

मैं भी मजे से लंड चूसने लगी। अब शिखा सोफे पर चढ़ी और वरुण के मुँह पर उसने अपनी चूत को लगा दिया। वरुण शिखा की चूत चूसने लगा और मैं वरुण का लंड चूस रही थी। कुछ देर तक ऐसे ही चुसाई चलती रही।

मेरा अब मुँह लंड चूसते-चूसते दुखने लगा था, मैंने लंड मुँह से निकाला और थक कर सोफे पर जा कर बैठ गई।

शिखा ने कहा- मेरी चूत बहुत ज्यादा गर्म हो गई है जान.. अब इसकी चुदाई करो.. पहले मुझे चोद दो.. फिर तुम आराम से खुशबु की चुदाई करना। जब तक तुम दोनों चुदाई करोगे.. तब तक मैं खाने का इंतजाम कर लूँगी।

यह कहते हुए शिखा जल्दी से सोफे पर घोड़ी बन गई और वरुण ने शिखा की गांड पर एक जोर का थप्पड़ मारते हुए अपना लंड उसकी चूत में लगा कर डालने लगा।

शिखा चिल्लाने लगी- आह्ह.. और जोर से मारो.. पूरा घुसा दो अपना लंड मेरी चूत में.. आह्ह्ह.. आअह्ह.. उई माँ मर गई.. आअह्ह..

अब वरुण भी पूरे जोश में आ चुका था, उसने शिखा के बाल पकड़ लिए और जोर-जोर से धक्के मारने लगा ‘ले मेरी रंडी और जोर से ले आअह्ह.. आअह्ह.. मजा आ रहा है मेरी रांड को?’

शिखा बोली- हाँ.. बहुत मजा आ रहा है.. आअह्ह.. मैं सोफे पर बैठी उनकी चुदाई देख रही थी।

कुछ देर उनकी चुदाई ऐसे ही चलती रही, फिर शिखा ने कहा- मैं झड़ने वाली हूँ जान.. वरुण ने कहा- मैं भी झड़ने वाला हूँ मेरी रंडी..

कुछ ही देर में दोनों झड़ गए, वरुण थक कर सोफे पर बैठ गया, शिखा भी थक गई थी। फिर वो उठी और बोली- मैं नहा कर आती हूँ।

अब सोफे के एक कोने में वरुण बैठा था और दूसरे कोने में मैं बैठी हुई थी। वरुण का लंड सिकुड़ कर छोटा हो चुका था और वो हाँफ रहा था।
कोई 5 मिनट तक तो हम ऐसे ही बैठे रहे, फिर मैंने वरुण से कहा- मैं तुम्हारे लिए पानी लेकर आती हूँ।

मैं उठ कर किचन में गई और पानी लेने लगी। तभी वरुण किचन में आ गया और उसने पीछे से मुझे अपनी बांहों में भर लिया।

फिर उसने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मुझसे कुछ कदम पीछे हट गया और कहने लगा- मुझे अपने जवानी तो दिखाओ मेरी जान।

वो मुझे ऊपर से नीचे तक देखने लगा, मैं अभी भी ब्रा-पैंटी पहने हुई थी, उसने मुझसे कहा- मेरी जान उतार दो इन्हें। मैंने वरुण से कहा- आप ही अपने हाथों से उतार दो।

उसने पहले मेरी ब्रा के हुक खोले और मेरे चूचे को अपने मुँह में ले लिया। फिर धीरे-धीरे दूध से खिसकते हुए नीचे आने लगा और अब उसने अपने दाँतों से मेरी पैंटी को पकड़ लिया और उसे दाँत से खींच कर ही नीचे करने लगा। जब मेरी पैंटी उतर गई तो उसने अपना मुँह मेरी चूत में लगा दिया और मेरी चूत चूसने लगा।

मैं जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी- आह्ह.. आअह्ह्ह्ह.. और जोर से चूसो.. आह्ह.. खा जाओ मेरी चूत आह्ह..

फिर वरुण ने मुझे अपनी गोद में उठाया और किचन के प्लेटफॉर्म पर बिठा दिया और मेरे दोनों पैर फैला दिए।
वो फिर से मेरी चूत का रसपान करने लगा।

इतने में शिखा भी किचन में आ गई और कहने लगी- तुम्हें घर में और कोई जगह नहीं मिली.. जो तुम किचन में कर रहे हो।

तब मैंने वरुण को हटाने की कोशिश की, पर वो नहीं माना, उसने शिखा से कहा- तुम अपना काम करो और हमने अपना काम करने दो। इधर वरुण अभी भी मेरी चूत चूसे जा रहा था और मैं मस्ती में चिल्लाए जा रही थी।

अब वरुण का लंड भी अच्छे से खड़ा हो गया था। उसने मुझे नीचे उतारा और मुझे घोड़ी बनने को कहा। मैंने कहा- यार यहाँ कैसे घोड़ी बनूँ?

तो उसने मेरा एक पैर उठा कर किचन की पट्टी पर रख दिया और मुझे प्लेटफॉर्म पर ही झुका दिया। फिर उसने धीरे से अपना लंड मेरी चूत में डालना शुरू किया। वरुण के लंड ने जैसे-जैसे मेरी चूत में जाना शुरू किया.. मेरी भी कामुक चीखें निकलने लगीं।

अब वरुण का पूरा लंड मेरी चूत में समा चुका था। फिर वरुण ने जोर-जोर से धक्के लगाने चालू किए और एक हाथ से मेरी गांड पर थप्पड़ मारने लगा। मैं जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी ‘आह्ह.. ओइह्ह..चोदो वरुण.. और जोर से चोदो मुझे.. आह्ह.. आह्ह.. ओह्ह.. मेरी चूत का भोसड़ा बना दो..’

‘हाँ मेरी रंडी.. मैं आज तेरी चूत का भोसड़ा ही बनाऊंगा.. ले साली बहन की लौड़ी मादरचोदी.. ले और जोर से खा.. आज तो तुझे इतना चोदूँगा कि तू अपनी जिंदगी की सारी चुदाई भूल जाएगी.. ले और साली छिनाल.. ले..’

मैं इस पोजिशन में अब थक चुकी थी मेरा पैर दर्द करने लगा था। यह बात मैंने वरुण से बोली तो उसने अपना लंड मेरी चूत में से निकाल लिया और अपनी गोद में उठा लिया।

उसने शिखा से कहा- तुम खाना बना कर टेबल पर लगाओ.. तब तक हम कमरे में चुदाई करते हैं।

वरुण मुझे अपनी गोद में उठाए हुए बेडरूम में ले आया और मुझे बिस्तर पर बैठा कर मुझसे लंड चूसने को कहा।

मैं चूत रस से भीगा हुआ उसका लंड चूसने लगी। कुछ देर लंड चूसने के बाद उसने मुझे फिर से गोद में उठाया और बाथरूम में लेकर आ गया।

अब हम दोनों शावर के नीचे खड़े होकर चुम्मा-चाटी करने लगे। फिर वरुण ने मुझे वहीं बाथरूम के फर्श पर लिटा दिया और फिर से मेरी चूत में लंड डाल दिया।

वो जोर-जोर से एक बार फिर मेरी चुदाई करने लगा, मैं भी मजे से चुदाई के मजे ले रही थी। वरुण ने कहा- खुशबु डार्लिंग.. मैं झड़ने वाला हूँ।

मैंने कहा- प्लीज़ मेरी चूत में मत निकलना। उसने कहा- फिर कहाँ निकलूँ मेरी रंडी? मैंने कहा- मेरे मुँह में निकाल दो।

तो उसने जल्दी से अपना लंड मेरी चूत से निकाला और लंड को मेरे मुँह पर रख कर सारा पानी निकाल दिया।

हम दोनों बुरी तरह थक चुके थे, हमने साथ में शावर लिया और नंगे ही बाहर आ गए। तब तक शिखा ने खाना टेबल पर लगा दिया था, वरुण और मैं तो नंगे ही थे.. पर शिखा ने नाइटी पहनी हुई थी।

वरुण ने शिखा से नाइटी उतार देने को कहा.. तो शिखा ने भी नाइटी उतार दी। हम तीनों साथ में खाना खाया। खाने के बाद हमारी चुदाई के दो राउंड और हुए।

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