हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अंकिता है। मैं आज आप लोगो के लिए अपनी कहानी को लेकर आई हूँ। मैं जो आज कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रही हूँ ये मेरी पहली सेक्स कहानी हैं।
दोस्तों मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देती हूँ । मैं रहने वाली इंदौर की हूँ और मेरी उम्र 21 साल है। मेरा रंग साफ है जिसकी वजह से मैं दिखने में अच्छी लगती हूँ ।
इस उम्र में सब लड़कियों के मन में चुदाई की इच्छा जाग जाती है और लड़कियों की चूत में खुजली होने लगती है उसी तरह मेरी भी चूत में खुजली होने लगी थी।
मैं जिस मोहल्ले में रहती थी उस मोहल्ले के लड़के मुझे लाइन मारते थे और मैं भी उनका फायदा उठती थी | मेरी चढ़ती जवानी थी जिसकी वजह से मेरे बूब्स काफी ऊपर उठ गए थे और मेरी गांड काफी बड़ी थी।
मेरी गांड बड़ी होने की वजह से जब मैं चलती थी तो मेरी गांड हिलती थी जिसको देखकर किसी की नियत खरब हो जाये।
ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की है जब मैं अपने कपडे सिलाने के लिए गयी थी। मैं जब टेलर की दुकान पर पहुची तो मैं उस टेलर को देखती रह गयी थी।
वो दिखने में किसी हीरो से कम नही लग रहा था। मैं उसको घुर घुर कर देख रही थी और वो मुझे बहुत चकित नजरो से देख रहा था। मैं उसको देखती रही और वो मुझे कुछ देर तक देखता रहा।
मैं – हेल्लो जी क्या देख रहे हो इतना घूर घूर कर ?
वो – जी कुछ नही क्या काम है ?
मैं – कपडे सिलवाने है।
वो – मेरे कपडे लिए और देखने लगा।
वो मेरे कपडे देखने के बाद मुझे सीधा खड़ा कर दिया और अपना फीता लिया और नापने लगा।
वो जब मेरे कपडे को नापने लगा तो मैं सीधे खड़ी हो गयी थी | वो मेरे कपडे नापने के साथ मुझसे बात कर रहा था।
वो मुझसे बोला तुम्हारा नाम क्या है ? मैंने उसे अपना नाम बता दिया।
वो मुझसे बोला आप बहुत सुन्दर हो। फिर मेरी छाती को नापने लगा तो मैं अपने सिने को थोडा सा फुला दिया जिससे मेरे बूब्स ऊपर की और उठ गए तो वो मेरे बूब्स पर फीता को रख कर मुझसे बोला की इतना टाईट या और टाईट कर दूँ।
तब मैंने उससे कहा थोडा और टाईट कर दो तो उसने फीता को और टाईट किया और मेरे बूब्स में अपने हाथ को रगड दिया। दोस्तों जब उसने मेरे बूब्स पर अपने हाथ को रगड दिया तो मुझे कुछ अजीब सा लगा।
फिर उसने मेरी कमर की नाप ली और ऐसे ही करके मेरी पूरी नाप ली और मुझसे बोला की आपकी कमर बहुत सेक्सी है। मैं उसके मुंह से ये बात सुनकर एक सेक्सी स्माइल दे दी जिससे वो समझ गया की मैं भी उसके साथ कुछ करना चाहती हूँ ।
मैं फिर बोली आप भी कुछ कम नही हो और वो मेरे मुंह से ये बात सुनकर मुझे अन्दर रूम में ले गया और मुझे अपनी बाँहों में भर लिया। जब उसने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया तो मैं भी उससे लिपट गयी और वो मुझे चूमने लगा।
वो मुझे चूम रहा था और मैं उसे चूम रही थी फिर उसने अपनी होठो को मेरी होठो पर रख दिया और मेरी होठो को चूसने लगा। वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूस रहा था और मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूसने लगी।
मैं उसकी होठो को मुंह में रख कर चूस रही थी और वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बड़े बूब्स को कपडे के ऊपर से दबा दिया जिससे मेरे मुंह से अह निकल गयी। मैं उसके साथ ये सब 2 -4 मिनट तक करती रही।
फिर मैंने उसे माना किया और बाहर आ गयी। जब मैं बाहर आ गयी तो वो मुझे देखकर बोला की तुम दो दिन बाद आना कपडे लेने क्यूंकि उस दिन मेरी दुकान पर और कोई नही होगा।
दोस्तों मैं उसके कहने का मतलब समझ गयी थी और मैं भी उसके साथ वो सब करना चाहती थी जिसके लिए मेरा मन बहुत कब से कर रहा था | मैं उस दिन तो अपने घर चली आई और उसके बारे में सोचती रही।
मुझे वो सब अपने मन में सोच कर बहुत मज़ा आ रहा था और जब मैं सेक्स करने के बारे में सोचती थी तो मेरी चूत गीली हो जाती थी। मैं उसके 2 दिन बाद जब उसकी दुकान पर कपडे लेने गयी तो वो मुझे देखकर बहुत खुश हुआ और मेरे लिए कुर्सी डाली और मैं बैठ गयी।
फिर वो मुझसे बाते करने लगा और मैं उससे ऐसे ही कुछ देर तक बाते करती रही। मैं कुछ देर बाते करने के बाद बोली की मेरे कपडे बन गए तो वो बोला यार तुम्हारे कपडे तो बन गए है पर अभी थोडा कम करना बाकी है।
वो मुझे इशारे कर रहा था अन्दर चलने के लिए और मैं कुछ देर बाद अन्दर चली गयी | तब उसने दुकान को अन्दर से बंद कर ली और वो भी अन्दर आ गया। फिर उसने मुझे पकड लिया और वहीँ पर पड़ी चटाई पर लेटा दिया।
मैं चटाई पर लेट गयी और वो मुझे पकड कर मेरे साथ लेट गया और मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर मेरी होठो को चूसने लगा। वो मेरी होठो को मुंह में रख कर चूस रहा था और मैं उसकी होठो को चूस रही थी।
मैं उसकी होठो को चूस रही थी और वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा वो जब मेरे बूब्स को दबाने लगा तो मैंने उसे कस के पकड लिया।
फिर उसने मेरे कपडे भी निकाल दिया जिससे मैं ब्रा और पैंटी में आ गयी थी। वो मेरे कपडे निकालने के बाद मेरे एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा। वो मेरे एक दूध को ब्रा के ऊपर से चूसने के साथ मेरे बूब्स को दबा रहा था।
फिर उसने मेरी ब्रा को खोल दिया और मेरे दोनों दूध को एक एक करके चूसने लगा तो मेरे मुंह से निकलने वाली सांसे तेज हो गयी। मैं उसके सर को पकड कर अपने बूब्स को चूस रही थी | वो मेरे दोनों बूब्स को एक एक करके 5 मिनट तक चूसता रहा।
फिर उसने मेरी पैंटी को मुंह से पकड कर निकाल दिया | मेरी गुलाबी चूत में अपनी जीभ को घुसा दिया और रगड़ते हुए मेरी चूत को चाटने लगा। वो मेरी चूत को चाटने के साथ मेरी चूत में अपनी ऊँगली को घुसा दिया जिससे मेरे मुंह से आह ओह उई अह उई…. उई माई अह उई की आवाज करने लगी
मैं सेक्सी आवाजे करती हुई अपने बूब्स के निप्पल को मसल रही थी | वो मेरी चूत में ऊँगली को घुसा कर जोर जोर से अन्दर बाहर कर रहा था | फिर उसने भी अपने कपडे निकाल दिए और मैं उसने लंड को बड़े मजे से देखने लगी।
दोस्तों उसका लंड लोहे के सामान खड़ा था और काफी बड़ा था जिसको मैं अपने हाथ में पकड कर मुंह में रख लिया। मैं उसके लंड को मुंह में रख कर एक लोलीपोप की तरह चूसने लगी, मैं उसके लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से चूस रही थी।
वो मेरे सर को पकड कर अन्दर बाहर कर रहा था वो ऐसे ही कुछ देर तक लड़ को चूसता रहा फिर लंड को मुंह से निकाल कर मेरी टांगो को ऊपर हवा में उठा दिया उसने मेरी टांगो को उठाने के बाद अपने लंड को मेरी चूत में धीरे से थोडा घुसा दिया तो मुझे बहुत अच्छा लगा।
फिर वो मेरी चूत में लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करते हुए एक धक्का जोर से मार दिया। उसने जैसे ही धक्का मारा तो उसका लम्बा और मोटा लंड मेरी चूत को फाड़ते हुए अन्दर घुस गया और मुझे उस टाइम ऐसा लगा की मैं अब मर जाउंगी और कुछ नही बोल पाई थी।
फिर कुछ देर तक दर्द की वजह से चटाई पर इधर उधर होती रही और कुछ देर बाद मेरा दर्द कम हुआ तो मैं उसके धक्को के मज़े लेने लगी और अह अह ऊ उह उह… आ आ आ उई उई मई… की सिसकियाँ लेती हुई चुदने लगी। वो मेरी चूत में जोरदार के धक्को मार रहा था और मैं मस्त धक्को के मज़े ले रही थी।
वो मेरी चूत में ऐसे ही जोरदार धक्के मारता रहा और मैं उसके हर एक धक्के का मज़ा लेती हुई चुद रही थी। फिर वो मुझे ऐसे ही 15 मिनट तक चोदने के बाद झड़ गया और सारा माल निकाल दिया तब मैंने अपने कपडे पहन लिए और उसने अपने कपडे पहन लिए।
मैं उस दिन अपनी चूत में उसके बड़े से लंड को लेकर चुदी थी और वो मेरी चूत में जोरदार धक्के मारता रहा था। दोस्तों उसके दुसरे दिन जब मैं अपने कपडे लेने गयी थी तो उसने मुझसे रुपये भी नही लिए थे
मैं उस दिन के बाद उससे बहुत बार चुदी हूँ और आज भी टाइम मिलने पर उसके लंड को चूत और गांड में लेती हूँ।