हेलो दोस्त, मेरा नाम सुहानी है। मेरे परिवार में मैं और मेरे मम्मी पापा और मेरा एक भाई है। मेरा एक साधारण परिवार है लेकिन हम लोग बहुत अच्छे से रहते हैं।
मेरा भाई मुझसे बड़ा है। मेरी मम्मी हाउसवाइफ है और पापा का अपना काम है और भाई नौकरी करते हैं।
मैं भी एक अच्छी सी जगह नौकरी करती हूँ जो मेरे भाई ने लगवाई है। मैं और मेरा भाई हम दोनों साथ में ही नौकरी करने जाते हैं।
में रोजाना अपने भाई के साथ ऑफिस आया जाया करती थी।
मैं अपने आपको बहुत अच्छे से रखती हूँ मतलब मैं बहुत खूबसूरत हूँ। मेरा फिगर भी बहुत अच्छा है और मेरी गांड भी सेक्सी है।
मतलब कि जब मैं चलती हूँ तो मेरी गांड ऊपर नीचे हिलती है। मेरी चूची भी बड़ी बड़ी है।
मुझे ऑफिस में बहुत सारे लोग घूरते रहते है। ऑफिस में एक लड़की जिसका नाम छवि है, मेरी सहेली बन गयी और हम दोनों एक दूसरे से घुलमिल गयी।
वो लड़की बहुत चालू थी और उसने ऑफिस में ही कई बॉयफ्रेंड बनाये हुए थे. वो सबसे मजा लेती थी।
ऑफिस में एक लड़के गौरव के साथ मेरी भी बातें होने लगी। मेरे भाई को ये बात पता नहीं थी कि ऑफिस में एक लड़का मेरा दोस्त बन गया है।
मेरी सहेली छवि एकदम खुल कर बात करती थी और उसके साथ रहते रहते मैं भी खुल गयी थी।
एक दिन मैं अपने रूम में सो रही थी तो भाई के रूम में लाइट चालू थी। भाई हमेशा अपने रूम की लाइट बंद करना भूल जाते थे इसलिए मैं उनके रूम में लाइट बंद करने के लिए गयी तो देखा कि भाई अपने मोबाइल में पोर्न देख कर मुठ मार रहे थे।
मैं ये खिड़की से देख कर बाहर आ गयी। भाई को देख कर मुझे भी अपने मोबाइल में पोर्न देखने का मन किया तो मैं अपने मोबाइल में पोर्न देखने लगी।
मेरे मोबाइल में पोर्न पहले से ही था क्योंकि मेरे ऑफिस में जो लड़की मेरी सहेली बनी थी, वो मुझे हमेशा पोर्न भेजती रहती थी।
उसके बॉयफ्रेंड उसको पोर्न विडियो भेजते थे तो वो मुझे भेजती थी। मैं उससे दोस्ती करने के बाद ही इतना बिगड़ गयी थी कि मैं रोज मोबाइल में पोर्न देखकर अपनी चूत में उंगली करने के बाद ही सोती थी।
मैं अपनी ऑफिस वाली सहेली छवि के साथ रहते रहते कभी कभी भाई से छुपकर घूमने भी चली जाती थी।
छवि मेरे घर से कुछ दूरी पर रहती थी और वो अपनी स्कूटी से आती थी तो हम दोनों सहेलियां जिस दिन हम लोग की छुट्टी रहती थी, घूमने जाती थी।
मैं भी अपने ऑफिस वाले लड़के से बात करती थी और ऐसे ही छवि के कहने पर मैं भी उसके साथ घूमने जाने लगी।
हम दोनों एक दिन घूमने गए थे और गौरव ने मुझे उसकी गर्लफ्रेंड बनने के लिए मुझे कहा।
उस वक्त तो मैंने उसे कुछ नहीं कहा पर अगले दिन मैंने अपनी सहेली से पूछने के बाद उसको हाँ बोल दी और अब मैं और गौरव हम दोनों एक दूसरे के साथ रोज बात करने लगे।
मेरी सहेली छवि मुझे बताती थी कि वो अपने बॉयफ्रेंड से कैसे चुदाई का मजा लेती है तो मुझे भी चुदवाने का मन करता था और मेरी चूत भी गीली हो जाती थी।
मैं छवि से पूछती थी कि ‘कैसे चुदवाती हो’ तो वो सब कुछ खुल कर बताती थी। मेरे अन्दर की वासना जग गयी थी और मुझे भी चुदवाने का मन करता था।
मैं रोज रात को अपनी चूत में उंगली करती थी लेकिन अब मेरा उंगली करने से भी ज्यादा सेक्स करने का मन करता था।
मेरी सहेली ने मुझे बताया कि मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ होटल में जाकर सेक्स कर लूं क्योंकि वो भी अपने बॉयफ्रेंड के साथ होटल में जाकर सेक्स करती थी।
एक दिन मेरे बॉयफ्रेंड गौरव ने मुझे किस करते हुए बोला कि वो मेरे साथ सेक्स करना चाहता है।
हम दोनों बहुत दिन से एक दूसरे के साथ थे। मैं भी सेक्स करना चाहती थी तो मैं भी मान गयी।
मेरी सहेली के बताये होटल में जाने का हम दोनों ने एक दिन तय कर लिया। मैं बहुत खुश थी कि आज मुझे लंड से चुदवाने के लिए मिलेगा क्योंकि मैं अपनी चूत में उंगली करते करते एकदम बोर हो गयी थी।
मुझे लंड से चुदवाने का मन करता था। मैं और मेरा बॉयफ्रेंड दोनों होटल में गए और उसने रूम लिया।
होटल रूम में जाने के बाद हम एक दूसरे को किस करने लगे। वो मुझे किस करते हुए मेरी गांड को भी दबा रहा था।
तभी हम दोनों ने एक दूसरे के कपड़े निकाल दिए और हम नंगे हो गए। मैं इतना गर्म हो गई थी कि मेरी चूत गीली हो गयी थी, मेरी चूत से पानी निकल रहा था।
मेरा बॉयफ्रेंड गौरव मुझे बिस्तर पर ले गया और मेरी चूची को चूसने लगा। मेरी चूचियों को चूसने के बाद उसने मेरी नाभि में अपनी जीभ डाल दी और उसे किस करने लगा। मैं भी गर्म होकर सिसकारियाँ लेने लगी।
अब वो मेरी चूत में अपनी जीभ डाल कर मेरी चूत को चाटने लगा। मैं और ज्यादा जोश में आकर सिसकारियाँ भरने लगी उम्म्ह … अहह … हय … ओह … और उसके बालों में अपनी उंगलियाँ घुमाने लगी।
हम दोनों अब होटल के रूम में सेक्स करने के लिए बेचैन होने लगे। मेरी चूत को चाटने के बाद अपना लंड मेरी चूत में आधा डाल कर मेरी चूत को चोदने लगा।
मुझे शुरू में दर्द हो रहा था लेकिन जब उसने अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दिया तो मैं जोर जोर से सिसकारियाँ लेने लगी।
उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए ताकि मेरी सिसकारियाँ होटल रूम से बाहर नहीं जायें।
वो मुझे किस करने लगा और मेरी चूत में अपना लंड डाल कर कुछ देर के लिए रुक गया।
मैं जब कुछ देर के बाद नार्मल हो गयी तो गौरव मुझे चोदने लगा मैं भी उसका साथ देने लगी और अपनी गांड उठा उठाकर उसका लंड अपनी चूत में लेने लगी।
हम दोनों प्रेमी सेक्स करने लगे हम दोनों कभी एक दूसरे को किस कर रहे थे तो कभी एक दूसरे को जोर से गले लगा रहे थे।
मुझे अपनी सहेली की बात याद आ रही थी वो कहती थी कि सेक्स करने में बहुत मजा आता है और सच में सेक्स करने में बहुत मजा आता है।
मैं अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करने के साथ सिसकारियाँ भी ले रही थी। उसने मुझे चोदते चोदते मेरी चूची को जोर से दबा दिया तो मेरी सिसकारियाँ और तेज हो गयी। मेरा बॉयफ्रेंड मुझे चोद रहा था और मैं उतावली होकर उससे चुदवा रही थी।
कुछ ही देर बाद हम दोनों सेक्स करते करते झड़ गए और कुछ देर के लिए शांत हो गए।
एक बार सेक्स करने के बाद गौरव ने कॉफ़ी का आर्डर दिया और कुछ देर बाद वेटर हमारे लिए कॉफ़ी लेकर आया।
जब वेटर रूम में आया तो मैं बाथरूम में चली गयी क्योंकि मैं नंगी थी और वो कॉफ़ी देकर चला गया और मेरे बॉयफ्रेंड ने उसको टिप दिया।
हम दोनों ने स्वाद ले ले कर कॉफ़ी पी. होटल रूम में एक बड़ी टी.वी. लगा था और हम दोनों टी.वी. देखने लगे। हम दोनों को रोमांटिक गाने बहुत पसंद हैं तो हम रोमांटिक गाने देख रहे थे।
मैं और मेरा बॉयफ्रेंड हम दोनों लोग नंगे थे और वो मुझे अपनी बाँहों में लेकर मेरी चूची को दबा रहा था।
मैं और मेरा बॉयफ्रेंड हम दुबारा सेक्स करने के लिए गर्म हो गए और हम एक दूसरे को चूमने लगे।
मेरा बॉयफ्रेंड होंठ को चूम रहा था और मैं उसके होंठ को चूम रही थी। हम दोनों लोग एक दूसरे को किस कर रहे थे।
मुझे किस करने के बाद गौरव मेरे बूब्स को मसलने लगा और उसका मोटा लंड मैं हिलाने लगी।
मेरा बॉयफ्रेंड मेरी चूची को मसलने के बाद मेरी चूत को चाटने लगा और उसके बाद उसने अपनी दो उंगलियाँ मेरी चूत में डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा।
मैं सिस्कारियाँ लेने लगी और मुझे सेक्स करने का मन करने लगा। उसने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया और जोर से धक्का मेरी चूत में मारा था तो मैं चीख उठी और कुछ देर में मैं सीत्कारें भरने लगी- आह उई उई आह! और वो अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मेरी चूत को चोदने लगा।
मेरी जान ही निकल गयी थी क्योंकि वो बहुत जोर जोर से धक्का मार रहा था। उसका लंड पूरा मेरी चूत के अन्दर जा रहा था और मैं चुदासी आवाजें निकाल रही थी।
हम दोनों सेक्स कर रहे थे और मैं अपनी गांड उठा उठाकर अपने बॉयफ्रेंड का लंड अपनी चूत में ले रही थी।
फिर सेक्स करते करते हमने पोजीशन बदल ली, मैं घोड़ी बन गयी और मेरा बॉयफ्रेंड मेरे पीछे आ गया और मेरी चूत को चाटने के बाद अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया।
वो मेरी गांड को मसल रहा था और मुझे चोद रहा था। थोड़ी देर में ही हम सेक्स करते करते झड़ गए, हमारा पानी निकल गया था और हम दोनों थक कर बिस्तर पर लेट गए थे।
ऐसी जोरदार चूत चोदन करने के बाद कब हमारी नींद लग गयी पता ही नहीं चला। हम दोनों जब उठे तो शाम हो चुकी थी। मुझे दो बार सेक्स करने के बाद बहुत अच्छा महसूस हो रहा था।
मैं अपनी चूत को साफ़ करने बाथरूम में गयी, अपने आपको अच्छे से साफ़ किया और उसके बाद मैंने अपने कपड़े पहन लिए।
गौरव भी जाग चुका था, वो बाथरूम जाकर लौटा और कुछ देर में उसने अपने कपड़े पहन लिये हम दोनों ने होटल रूम में ही कुछ देर तक बैठ कर बातें की और उसके बाद हम होटल रूम से बाहर आ गए।
मैंने अपने मुंह पर कपड़ा बाँध कर अपना चेहरा छुपा लिया था। हम होटल से बाहर आ कर एक गार्डन में गए और वहां कुछ देर बैठकर एक दूसरे की बाँहों एक दूसरे को किस किया और उसके बाद मैं और मेरा बॉयफ्रेंड अपने अपने घर आ गए।
मैंने होटल सेक्स की बात अपनी सहेली छवि को बताई तो वो भी गर्म हो गयी थी और वो भी अगले दिन ही अपने बॉयफ्रेंड से सेक्स के लिए होटल गयी।
अब हम दोनों सहेलियां अपनी अपनी चुदाई की बातें शेयर करती हैं। हम दोनों एक साथ ऑफिस में काम करते हैं। छवि तो इतने दिन में बहुत सारे बॉयफ्रेंड बदल चुकी है लेकिन मैं अभी भी उसी से चुदवाती हूँ।