भाभी को होली के रंग के साथ चुदाई के रंग में रंगा

दोस्तो, मेरा नाम राज है। मेरी उम्र 25 साल है। मैं इंदौर मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं। मैं अभी ग्रेजुएशन कर रहा हूं। यह मेरी सेक्स की सच्ची कहानी है। यह होली सेक्स नंगी चुदाई कहानी पिछले साल मार्च के महीने की है।

मेरी भाभी का नाम मनीषा है। भाभी की उम्र 32 है। भाभी की शादी को 5 साल हो गये। भाभी को देख कर लगता नहीं है कि वो एक बच्चे की मां है।

भैया दिल्ली में नौकरी करते तो वो हफ्ते में एक या दो बार ही घर आते तभी वो भाभी को खुश कर पाते। मेरी भाभी देखने में एकदम सेक्सी लगती हैं उनको देख कर कोई भी बिना मुठ मारे नहीं रह सकता।

भाभी को ब्रा पैन्टी का बहुत शौक है। उनके पास हर रंग और हर तरह की ब्रा पैंटी है। पिछले 2 साल से मैं उनकी ब्रा पैंटी सूंघ कर मुठ मार रहा था लेकिन कभी भी भाभी के साथ सेक्स नहीं कर पाया

अब होली का दिन आया भइया की छुट्टी थी तो भैया आज सुबह से ही अपने दोस्तों के साथ होली खेलने निकल गए। घर में सिर्फ़ भाभी और उनका बच्चा था।

भाभी को शायद सुबह जल्दी ही भैया ने रंग डाला था तो रंग बिरंगी भाभी किचन के काम में व्यस्त थी। अब मैंने भी भाभी को गाल और कमर पे रंग लगाया तो भाभी मुझे कामुकता भरी नज़रों से देख रही थीं।

फिर भाभी ने मुझे खाने पीने के लिए कुछ नाश्ता दिया और वो मेरे बगल में बैठ कर मुझे ही देख रही थीं। फ़िर मैं खाने में व्यस्त हो गया और भाभी अपने काम में।

कुछ देर बाद भैया अपने दोस्तों के साथ वापस आए फ़िर थोड़ी देर के बाद उनके दोस्तों ने भाभी के चेहरे, कमर, हाथ और बाल पर रंग लगाया और भैया अपने दोस्तों के साथ फिर चले गये।

भाभी बुरी तरह से रंगी हुई थी कि पहचान में ही नहीं आ रही थी। मैं बॉथरूम में था और भाभी ने अचानक से दरवाज़ा खोल दिया। मैं पेशाब कर रहा था।
मेरा 7 इंच का लन्ड देख के भाभी शर्मा गई और अंदर आकर ध्यान से देखने लगी।

पर मैं शर्म के मारे वहाँ से हट गया मैं नहाने चला गया कुछ देर बाद भाभी के कमरे से आवाज़ आने लगी।

मैंने छिप कर देखा तो भाभी नहा चुकी थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी और सिसकारियां निकालते हुए मेरा नाम ले रही थी।

मैं अचानक से कमरे में घुस गया और भाभी मुझे देख के डर गई और बोलने लगी- तू यहां क्या कर रहा है? रुक तेरे भईया से बोलूंगी।

मैंने कहा- मुझे एक मौका दे कर देखो भाभी … मैं जन्नत का मज़ा दिला दूंगा आपको। भाभी- मैं तो कब से चाहती हूं कि मैं तेरे लन्ड की सैर करूं पर डर लगता था कि तू पता नहीं क्या सोचेगा मेरे बारे में।

मैंने कहा- भाभी, मैं भी आपको पसंद करता हूँ और कब से आपके साथ चुदाई करना चाहता था और आपके दूध पीना चाहता था।

भाभी मेरे पैंट के ऊपर से ही मेरे लन्ड को पकड़ कर खड़ा कर रही थी।फिर उसने मेरी पैंट को उतार दिया और मेरी चड्डी पे अपने हाथ से सहलाने लगी।
मुझे ऐसे लग रहा था कि कोई मेरे लंड की मालिश कर रहा है।

मैं बोला- अरे भाभी, आप ये क्या कर रही हो? भाभी बोली- तू चुप चाप बैठ!

और फिर भाभी ने मेरी चड्डी उतार कर एक तरफ फ़ेंक दी। फिर भाभी ने मेरे लन्ड पे चॉकलेट लाकर लगा दी और उसको चूसने लगी।

करीब 20 मिनट के बाद मेरा पानी निकलने लगा और वो सारा पानी पी गई। मैं बोला- भाभी, अब आप लेट जाओ और मुझे भी मौका दो सेवा का!
यह बोल कर मैंने भाभी की बिस्तर पर लिटा दिया और उनकी साड़ी उतार दी।

अब भाभी सिर्फ़ गुलाबी रंग की ब्रा और पैंटी में थी। उनका गोरा बदन देख कर मेरा लन्ड सलामी देने लगा और वो कामवासना में मदहोश हो कर मेरा लन्ड सहला रही थी।

भाभी बोली- आज से मैं तेरी रण्डी, जैसे मन करे तू मुझे वैसे चोद! तू मुझे भाभी मत बोला कर। तेरे भाई का लंड तो कुछ भी नहीं हैं तेरे लंड के सामने।

बाद में हम दोनों 69 पोजिशन में आ गए। हम दोनों पूरी तरह से नंगे हो गये और करीब आधे घंटे तक हम देवर भाभी ने ओरल सेक्स का मजा लिया. भाभी ने मेरा पूरा लंड अपने गले में लेकर चूसा।

मैंने भी भाभी की चूत, चूत का दाना खूब चूसा उसके बाद भाभी बेड पर लेट गयी और मैं उनके ऊपर आ गया मैंने भाभी को लंस पकड़ कर चूत के छेद में लगाने को कहा।

भाभी चुदाई के लिए बेचैन हुआ पड़ी थी तो उन्होंने देर ना लगाते हुए मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत की दरार में रगड़ने लगी। भाभी का एक हाथ मेरी पीठ पर था।

जब लंड चूत के छेद पर पहुंचा तो भाभी ने हाथ से मेरी पीठ दबा दी और मैं समझ गया कि लंड अंदर डालने को कह रही हैं भाभी। मैंने अपने कूल्हों को झटका दिया और मेरा लंड भाभी की चूत के अंदर चला गया

भाभी की सिसकारी निकल गयी- उम्म .. आह .. आह्ह।मैंने 15-20 मिनट भाभी को जन्नत की सैर कराई। इस बीच भाभी 2 बार झड़ चुकी थी।

जब मेरा काम तमाम होने लगा तो मैंने भाभी से पूछा- भाभी, कहाँ निकालूं अपना माल? तो वो बोली- मेरे मुंह में डाल दे।

मैंने लंड चूत से निकाल कर भाभी के मुँह में दे दिया और मुँह चोदन करने लगा दो मिनट में ही मेरा माल भाभी के गले में चला गया.

मैं भाभी के नंगे बदन से हट कर उनकी बगल में लेट गया भाभी उठ कर बाथरूम में गयी और अपना मुंह साफ़ करके आई।

मैंने नंगी भाभी को अपनी बांहों में ले लिया और चुम्बन करने लगा और एक दूसरे के निप्पल चूसने लगे और फिर एक दूसरे को चूमने लगे।
हम दोनो ने एक दूसरे को अच्छे से चाटा।

भाभी ने आँखें बंद कर रखी थी और मेरे साथ का मजा ले रही थी थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर जोश में आने लगा भाभी बोली- ये तो फिर चूत मांगने लगा।

मैंने कहा- हाँ भाभी … अब मुझे आपकी गांड मारनी है। तो वो बोली- नहीं पीछे नहीं … वहां मुझे बहुत दर्द होगा।

मैं बोला- भाभी, ज्यादा नहीं होगा, बाद में बहुत मजा आयेगा, एक बार देखो तो लन्ड ले कर भाभी बोली- ठीक है, क्रीम लेकर आओ तेरे लन्ड पर लगा दूँ।

मैं नंगा उठकर क्रीम लाया. भाभी ने थोड़ी क्रीम मेरे लंड पर लगायी और थोड़ी अपनी गांड के छेद में लगा ली। मैंने भाभी को घोड़ी बनाया और लंड अंदर घुसाने लगा भाभी की गांड कसी थी तो मेरा लंड अंदर नहीं जा रहा था।

मैं बोला- भाभी, लन्ड जा नहीं रहा है। भाभी बोली- साले पहली बार गांड में लन्ड ले रही हूं।

बहुत कोशिश करने पर मेरा लंड भाभी के गांड में घुस गया पर भाभी पूरा दर्द सह गयी शायद भाभी भी मुझसे गांड मरवाना चाहती थी।

मैं बोला- भाभी मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. आपको? भाभी बोली- धीरे कर … दर्द हो रहा है साले।

मैंने भाभी की चूत में उंगली करनी शुरू कर दी इससे भाभी को मजा आने लगा और वे दर्द भूल गयी।

कुछ देर बाद मेरा होने वाला था और कुछ मिनट बाद हम दोनों एक साथ झड़ गए नंगी पड़ी भाभी एकदम रण्डी लग रही थी।

मैंने नंगी चुदाई से भाभी के शरीर के सारे छेद अपने रस से भर दिये थे।

फिर हमने एक दूसरे को गुलाल लगाया ऊपर से नीचे ऊपर तक मुंह, छाती, चूतड़ लंड चूत को भी नहीं छोड़ा था।

फिर से एक बार हम दोनों ने एक दूसरे को ठोका। मैं भी बहुत थक गया था और भाभी भी थक चुकी थी, उनकी गांड में दर्द हो रहा था, वो फिर भी खुश थी।

वो आज संतुष्ट हो गई थी और मुझसे बोली- अब से तुम मुझे चोदना क्योंकि तुम्हारे भैया के पास तो टाइम ही नहीं हैं। भाभी को मैंने इतनी जबरदस्त तरीके से पेला था कि वो खड़ी भी नहीं हो पा रही थी।

फिर हम दोनों दोबारा नहाये, कपड़े पहने और हम दोनों सो गए।

तो दोस्तों होली पर भाभी को रंगने के साथ उनकी छूट को भी चुदाई के रंग में रंग दिया था और अब मैं इसी तरह से अपनी भाभी को चोदता हूँ और भाभी अब मुझसे ही चुदाई करवाती हैं।

आपको मेरी होली सेक्स नंगी चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताए।