बॉयफ्रेंड के लण्ड से किया मैंने अपनी चूत को खुश

हेलो दोस्तो, मेरा नाम कल्पना मैं कॉलेज में पढ़ती हूं यह कहानी मेरे और मेरे बॉयफ्रेंड के बीच चुदाई को लेकर हैं जिसे में आपके सामने पेश कर रही हूँ।

कॉलेज के शुरू के दिनों में मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था लेकिन समय बीतने के साथ करीब तीन महीने बाद मेरे और मेरी क्लास में एक लड़का था योगेश हम दोनों के बीच खुलकर बातें होने लगीं और मुझे उसके साथ बातें अच्छा लगने लगा।

अब तो मैं भी उसके साथ बातें करने का बहाना ढूंढने लगी हमारे बीच फोन पर बातें और चैट भी होने लगी। कॉलेज में भी हम साथ-साथ में रहते थे।
मेरा घर उसके घर से कुछ ही दूरी पर था तो कॉलेज जाते वक्त वह अपनी बाइक से मुझे मेरे घर तक छोड़ देता था।

एक दिन में कॉलेज नहीं गई तो नोट्स लेने योगेश के घर चली गई उसके घर जाकर दरवाजे की घंटी बजाई, तब योगेश ने दरवाजा खोला उस समय वह केवल तौलिए में था।

मैंने उसे इस तरह पहली बार देखा था तो मैं शरमा गई फिर मैंने उससे नोट्स मांगे तो उसने कहा तुम सोफे पर बैठो। मैं ऊपर कमरे में से लाकर देता हूँ मैं रुक गई और और वो कपडे पहनकर और हाथ में नोट्स लेकर कुछ देर में आ गया।

फिर नोट्स उसने टेबल पर रख दिए उसने टीवी ऑन कर लिया और हम दोनों बातें करने लगे इसी तरह हम बातें कर रहे थे, साथ में सामने टीवी पर कोई मूवी चल रही थी तभी उस मूवी में गाना चलने लगा, जिसमें हीरो हीरोईन को किस कर रहा था।

मैंने वो देख कर भी अनदेखा कर दिया और उससे बातें ही करती रही लेकिन वह टीवी की तरफ भी देख रहा था, साथ में मुझसे बातें कर रहा था योगेश कब बातें करता करता मेरे पास में आ गया, मुझे पता ही नहीं लगा।

वह पास आकर मेरे कंधे पर हाथ रख कर घुमाने लगा था। मैंने मना कर दिया तो कुछ दर रूक कर फिर से करने लगा।

थोड़ी देर बाद वह दूसरा हाथ भी मेरे घुटनों के ऊपर घुमाने लगा। मुझे तो बस मजा आ रहा था। मेरी आंखें बंद हो गई थीं। वह धीरे धीरे हाथ घुमाता रहा।

कुछ समय के बाद लगा कि उसने मुझे गाल पर चूम लिया। ऐसा करना बहुत अच्छा लगा। फिर उसने मेरे होंठ पर होंठ रख दिए और धीरे धीरे किस करने लगा। मुझे मजा आ रहा था।

अब तो वह मेरे टॉप को ऊपर करके मेरे पेट पर हाथ सहलाने लगा. फिर हम अलग हुए, वो मेरे टॉप को उतारने लगा तो मैंने मना कर दिया. मैं शर्म के मारे उससे नजर भी नहीं मिला पा रही थी, लेकिन इन सबमें मजा भी बहुत आ रहा था।

उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया और प्यारी प्यारी बातें करने लगा.. साथ ही मुझे पीठ कमर और पेट पर सहलाता रहा।

अब तक मैं मदमस्त हो चली थी. मैंने महसूस किया कि वो अपना एक हाथ मेरे टॉप के अन्दर डाल कर मेरे मम्मों पर ले गया और मेरे दूध दबाने लगा. मुझे बहुत मजा आ रहा था. मैं आंखें बंद करके बस उससे चिपकी रही।

फिर वो मुझे सोफे पर ही लेटाकर मेरे ऊपर लेट गया और साथ ही उसने एक हाथ से मेरी जींस का बटन खोल कर नीचे पेंटी में डाल दिया और मेरी चूत सहलाने लगा।

मेरे साथ यह सब पहली बार हो रहा था, मेरे शरीर में करेंट सा दौड़ रहा था मैं अब सोफे पर लेटी पड़ी थी तभी उसका फोन बजने लगा. फोन उसके पापा ने किया, उन्होंने बताया कि हम कुछ देर में घर पहुँचने वाले हैं।

मैंने फटाफट कपड़े ठीक किए वह बाथरूम में चला गया। मैं उसे कॉलेज में मिलने को बोलकर नोट्स लेकर अपने घर आ गयी।

उस दिन हमारे बीच इतना ही हुआ और उसी रात हमारे बीच घंटों फोन पर बातें हुईं मुझे बहुत अच्छा लग रहा था।

सुबह मैं जल्दी जल्दी अपना काम करके कॉलेज चली गयी। वहां योगेश मेरा पहले से ही इंतज़ार कर रहा था। मैं उससे मिली और हम साथ में अन्दर चले गए। हम क्लास में गए, वहां अभी हमारे अलावा कोई नहीं आया था। वहां उसने मुझे पकड़ कर अपने पास खींच लिया और मेरे होंठों को चूसने लगा।

कुछ देर बाद किसी के आने की आवाज सुनाई दी तो हम दोनों अलग हो गए अब तो जहां भी मौका मिलता, योगेश मुझे पकड़ कर किस करने लग जाता। मुझे भी इन सब में बहुत मजा आता।

एक दिन उसने बताया कि कल उसके घर वाले तीन चार दिन के लिये बाहर जा रहे हैं और वह घर पर अकेला है तो हमने उसके घर पर मिलने का प्लान बनाया।

दूसरे दिन जब उसके घर वाले चले गए, तब उसने मुझे फोन पर बता दिया। फिर सहेली से मिलने का बहाना बनाया और घर से बाहर आ गई।

मैं योगेश के घर पहुँच गई अब हम घर में अकेले थे, उसने मुझे गोद में उठाया और सोफे पर जाकर बैठ गया मैं उसकी गोद में थी, वह मुझे किस करने लगा। मैं भी उसका साथ दे रही थी मुझे बहुत मजा आ रहा था।

बहुत देर तक किस करने के बाद उसने मेरे टॉप को उतार दिया। अब मैं काले रंग की ब्रा और जींस में थी वह मेरे मम्मों को ब्रा के ऊपर से ही दबा रहा था साथ में वो मेरे होंठों को भी चूसे जा रहा था. मुझे तो बहुत ही मजा आ रहा था।

ऐसा कुछ समय तक चलने के बाद उसने मुझे सोफे पे बैठा दिया और खुद खड़े होकर उसने अपनी शर्ट ओर बनियान उतार दी।

फिर उसने सोफे के नीचे बैठकर मेरी जींस का बटन खोल कर पेंट नीचे खिसका दी वो मेरी पेंटी के ऊपर से ही मेरी फूली हुई चुत को सहलाने लगा मानो मुझे करंट सा लग गया हो, मैं आंख बंद करके बैठी रही उसने मेरी जींस को भी पूरा उतार दिया। अब मैं सिर्फ ब्रा और पेंटी में रह गई थी।

वह मुझे पेट पर चूम रहा था, साथ ही एक हाथ से मेरे मम्मे दबा रहा था। काफी देर तक ऐसा चलने के बाद अब उसने अपनी पेंट भी उतार दी वह अब केवल अंडरवियर में था और मैं ब्रा पेंटी में थी।

उसने मुझे ही गोद में उठा लिया और बेडरूम में जाने लगा बेडरूम में आते ही उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और झट से दरवाजा बंद कर दिया। वह मेरे ऊपर आकर चढ़ गया और मुझे फिर से किस करने लगा। इस वजह से मेरी पूरी पेंटी गीली हो गयी।

वह मेरी गीली पेंटी को सूँघ रहा था फिर उसने मेरी ब्रा पेंटी दोनों उतार दीं। मैं पूरी नंगी हो गई थी। वह मेरी चुत चाटने लगा। मुझे ये सब बड़ा अजीब सा लग रहा था, पर मजा भी बहुत आ रहा था।कुछ देर चूत चाटने के बाद मेरे अन्दर फिर से करंट सा दौड़ने लगा।

अब वह उठ गया और उसने मुझसे अपना अडंरवियर उतारने को बोला मैंने धीरे से उसका अंडरवियर नीचे किया तो मेरी आंखें फटी की फटी रह गईं। उसका लंड काला मोटा और बहुत बड़ा था। मैंने पूरा अंडरवियर उतार दिया तो उसने मुझे लंड सहलाने को बोला।

मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और आगे पीछे करने लगी। इस बार उसे मजा आ रहा था और वह ‘आह आह…’ कर रहा था।

कुछ देर बाद उसने मुझे लेटा दिया और वह मेरे पैरों के बीच आकर बैठ गया मेरा एक पैर उसने ऊपर किया साथ में वो मेरे होंठों को चूसने लगा।

इसी के साथ वो अपना लंड मेरी चुत की फांकों में घिसते हुए डालने की कोशिश कर रहा था लेकिन मेरी चुत गीली थी इसलिए उसका लंड बार बार फिसल कर ऊपर मेरे पेट पर आ जा रहा था।

उसने मेरी तरफ देखा तो मैंने उसका लंड पकड़ कर अपनी चुत पर टिका लिया और उसे धक्का देने का इशारा किया। उसने एक जोर से धक्का दिया, थोड़ा सा लंड चुत में चला गया। मुझे बहुत दर्द हुआ, मेरी आंखों से पानी निकल रहा था। मैं चिल्ला भी नहीं सकती थी क्योंकि उसने मेरे होंठों को अपने होंठों से कस कर पकड़ रखे थे।

थोड़ी देर के लिए वह रूक गया. मुझे भी कुछ आराम मिल रहा था फिर उसने एक और जोर का धक्का मारा, जिससे आधे से ज्यादा लंड मेरी चुत में घुस गया।

मुझे बहुत दर्द हो रहा था इतना दर्द मुझे पहले कभी नहीं हुआ. मुझसे सहन भी नहीं हो पा रहा था। लेकिन तभी उसने बिना इशारा किए एक बहुत तेज धक्के के साथ अपना पूरा लंड मेरी कमसिन चुत में उतार दिया।

इस बार मुझे बहुत तेज दर्द हुआ और मेरे मुँह से उम्म्ह… अहह… हय… याह… निकल पड़ी मेरी कराह सुनकर वह फिर रूक गया और मेरे ऊपर ही लेट गया।

इस बार हम काफी देर तक आपस में चिपक कर लेटे रहे। इसी बीच उसने मेरे होंठों को भी छोड़ दिया और मैंने उससे लंड को निकालने को कहा, क्योंकि मुझे अभी भी दर्द हो रहा था, साथ ही मुझे डर भी लग रहा था कि कुछ गलत ना हो जाए।

कुछ देर बाद मेरा दर्द कुछ कम हो गया था योगेश अब धीरे धीरे मेरी चुत में लंड अन्दर बाहर करने लगा।इस बार दर्द के साथ मुझे मजा भी आ रहा था।

मेरी आंखें बंद थीं और मुँह से ‘आह आह आह सी… सी… सी…’ की आवाज निकल रही थी। वह धीरे धीरे अपनी स्पीड बढ़ा रहा था। मुझे भी उतना ही मजा आ रहा था फिर 10 मिनट ऐसे ही धकापेल चुदाई के बाद वह उठा और मेरे बगल में लेट गया।

वो झड़ गया लेकिन उसने मुझको उठ कर अपने ऊपर आने को कहा मैं एक पल के लिए तो डर गयी कि खून निकला है मैंने योगेश को यह सब नहीं करने को बोला, तब योगेश ने मुझे फिर समझाया कि पहली बार में दर्द और खून आता है, आगे से ऐसा कभी नहीं होगा, सिर्फ मजा आएगा।

मैं मान गयी और उसके ऊपर बैठ कर मैंने उसके खड़े लंड को अपनी गीली चुत में ले लिया इस बार उसका मूसल लंड बड़ी आसानी से मेरी चूत के अन्दर चला गया। मैं उसके लंड पर ऊपर नीचे होने लगी। इस वक्त मुझे काफी मजा आ रहा था, ऐसा लग रहा था जैसे मानो मैं आसमान की सैर कर रही हूँ।

करीब 10 मिनट तक चुदने के बाद मैं एकदम से निढाल हो कर उसके ऊपर गिर गयी कुछ देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद उसने मुझे अपने नीचे ले लिया अब वह ऊपर आकर मुझे जोर जोर से चोदने लगा मुझे बहुत मजा आ रहा था।

काफी देर तक वो मुझे चोदता रहा, फिर अचानक उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और 2-3 झटके के बाद उसने अपना लंड निकाला और मेरे पेट पर बहुत सारा पानी गिरा दिया. उसका माल बहुत ही गरम था।

अब हम एक दूसरे को बांहों में लेकर लेटे रहे. वह मेरे गाल को धीरे धीरे काट चूम रहा था  मुझे पता नहीं चला कि कब मेरी आंख लग गयी।

करीब एक घंटे बाद योगेश ने मुझे उठाया मैं नहाने के लिये बाथरूम के लिए उठी तो मुझसे चला भी नहीं जा रहा था योगेश ने मुझे बाथरूम तक छोड़ा और हम साथ में नहाए नहाकर कपड़े पहने और कुछ देर बातें की।

फिर घर जाने का समय भी हो रहा था। मैं योगेश के साथ बाईक पर घर के लिए रवाना हो गई मैं अपने घर आ गई।

उसके बाद जब भी हमें मौका मिलता, हम चुदाई हम खूब चुदाई करते। तो दोस्तों आपको मेरी बॉयफ्रेंड योगेश के साथ चुदाई की कहानी कैसी लगी कमेंट बॉक्स में बताना भूले।

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