हेलो दोस्तों मेरा नाम शैफाली हैं और मैं कानपुर की रहने वाली हूँ मेरा फिगर साइज 32-28-34 है, मैं एक मिड्ल क्लास फैमिली से हूँ।
जब मैं ग्रेजुएशन कर रही थी तब मेरा एक बॉयफ्रेंड था वह मुझे बहुत प्यार करता था वह मेरे लिए बहुत कुछ करता था हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे थे।
उसे जब भी मौका मिलता था, वह मुझे किस करके मेरी सारी लिपस्टिक चाट कर खत्म कर देता था हम लोग लोकल ट्रेन में भी कभी कभी किस करते थे और मौका मिलते ही वह मेरी सलवार में हाथ डाल देता था।
वह हाथ घुसा कर मेरी गांड दबा देता था और एक हाथ से मेरी चूचियों को भी सहला देता था हम दोनों के बीच इतना सब कुछ होने के बाद भी हमारे बीच कभी सेक्स नहीं हुआ था।
फिर वह अपनी आगे की पढ़ाई करने दिल्ली चला गया मैं यहां कानपुर में रहकर ही अपनी पढाई पूरी कर रही थी साथ ही मैं एक स्कूल में पढ़ाती भी थी।
हम दोनों अब फोन सेक्स करते थे चैट के दौरान ही मैं उसको अपनी ब्रा के स्ट्रिप निकाल कर पिक भेज देती थी। ऐसे ही चल रहा था।
वह भी वीडियो कॉल करके अपने लौड़े को दिखाता था उसका लंड सामान्य आकार का था पर मैंने तो अभी तक किसी का लंड सामने से नहीं देखा था।
हालांकि कई बार उसने मुझे सेक्स क्लिप्स भेजी थीं, जिनमें मैं बहुत बड़े बड़े लंड देख चुकी थी।
हम दोनों का रिश्ता अब मुकाम पाने की चाह में चलने लगा था उसने अपने घर में मेरे साथ शादी करने की इच्छा जताई और उसके पापा ने मेरे पापा से बात की।
मेरे पापा को भी कोई दिक्कत नहीं थी इसलिए हमारी फैमिली के बीच बातचीत हुई और हम दोनों की शादी पक्की हो गयी थी ये तय हो गया कि उसकी जॉब लगते ही शादी करेंगे।
इस बीच मेरी भी जॉब पक्की हो गई और और मैं एक ऑफिस में जॉब करने लगी मेरे ऑफिस में एक लड़का था जिसका नाम कुणाल था जो मेरे साथ वर्क करता था।
बहुत जल्द ही हम लोग दोस्त बन गए यह बात मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड को ये सोच कर नहीं बताई कि वह मुझ पर शक करेगा।
हम ग्रुप में घूमना, खाना सब करते थे कुणाल मेरा बहुत ख्याल रखता था।
एक दिन हमारे ऑफिस में पार्टी थी तो मैं साड़ी पहन कर गयी थी उस दिन कुणाल मुझे पूरे टाइम घूर रहा था।
हम दोनों ने बहुत सारी सेल्फ़ीज भी लीं कुणाल बाद में मुझे लोकल ट्रेन से ड्रॉप करने भी आया क्योंकि रात हो गयी थी।
ट्रेन में हम दोनों बहुत पास पास खड़े थे, दोनों के बीच में कोई दूरी नहीं थी।
वह मुझे एक तरह से गार्ड करके खड़ा था और ट्रेन के हिलने के वजह से हम दोनों के जिस्म टकरा रहे थे।
उस रात भी मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड से कुछ नहीं बोली हम दोनों रोज की तरह फोन सेक्स करके सो गए।
पर आज की सेक्स चैट में मुझे कुणाल का टकराता हुआ जिस्म भी याद आ रहा था।
अगले दिन कुणाल ने मुझसे कल के लिए माफी माँगी।
मैंने बोला- माफी क्यों माँग रहे हो, किसी की ग़लती नहीं थी उसने मेरा हाथ पकड़ कर बोला- थैंक्यू, तुम बहुत स्वीट हो।
हम दोनों एक दिन क्लब में भी गए लेकिन यह सब मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड को नहीं बताया।
उसने मुझे शर्ट और जीन्स पहन कर आने को बोला था वह मुझे घूर रहा था।
फिर हम दोनों डांस करने लगे तो उसने मेरी कमर पकड़ कर मुझे अपनी ओर खींच लिया और चिपका कर डांस करने लगा।
मुझे ठीक नहीं लगा तो थोड़ी देर बाद मैं उससे अलग हो गई।
एक दिन उसने मुझे अपने घर में लंच के लिए बुलाया मैं सलवार कमीज में गयी। मैंने गुलाबी रंग की लिपस्टिक लगाई हुई थी।
वह मुझे लोकल ट्रेन वाले स्टेशन पर लेने आया था मुझे देखते ही वह बोला- तुम्हारे होंठ का तिल इस लिपस्टिक में कातिलाना लग रहा है मैं शर्मा गई।
फिर मैं उसके साथ गयी और उसके घर जाकर देखा तो घर खाली था।
मैंने पूछा- कहां हैं सब? वह बोला- कोई नहीं है।
मैंने उससे कहा- यह ठीक नहीं है मैं जाने लगी तो उसने रोक लिया और बोला- मेरी बात तो सुनो।
मैंने उसे देखा तो उसने घुटनों पर बैठ कर मेरा हाथ पकड़ा और मुझे प्रपोज़ किया।
मैंने उससे कहा- मेरी शादी तय हो चुकी है। वह दुखी होने लगा फिर मैंने उसे समझाया और उसके साथ लंच किया।
अब वह मुझे अपना घर दिखा रहा था अंत में वह मुझे अपने बेडरूम में ले गया और उसने धीरे से दरवाजा बंद कर दिया फिर वह पीछे से आया और मेरी गर्दन पर किस करने लगा वह मेरे हाथ पकड़ कर गर्दन में किस कर रहा था।
मेरी रूह कांपने लगी उसने मुझे अपनी तरफ खींचा और मेरे गालों को पकड़ कर अपने होंठों को मेरे होंठों से लगा दिए।
उस वक्त मुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड की याद आई पर इधर कुणाल ने मुझे कसके पकड़ा हुआ था।
उसने मुझे चूमते हुए कहा- मुझे अपना लो प्लीज मैंने मना किया, फिर भी उसने मेरा दुपट्टा हटा दिया और मेरे दूध दबाने लगा।
मैं भी जैसे नशे में चली गयी क्योंकि मैं चुदाई की प्यासी थी।
कुछ देर बाद उसने मेरी कुर्ती को उतार दिया और मेरी गर्दन में बने हुए तिल को चाटने लगा मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने उसकी शर्ट उतार कर उसके सीने पर किस करने लगी।
उसने मेरी पजामी भी उतार दी मैंने उसका शॉर्ट्स उतारा और देखा कि उसका लंड तनकर पूरा खड़ा था और काफी सख्त हो गया था।
तब मैंने उसके लौड़े को पकड़ा, तो वह बोला- तुमको प्यार करने का मन तब से है जब से तुम्हें मैंने साड़ी में देखा था अब देर ना करो … इसे मुँह में ले लो।
मैं नीचे हुई और उसके लंड को चाटने लगी तो उसने मेरे बाल पकड़ कर मेरे मुँह में अपना लौड़ा पेल डाला।
मैं मस्त हो गई थी और उसके लंड को कुल्फी के जैसे चाट रही थी। उसने पूछा- अच्छा चूसती हो… पहले से सीखा है क्या मैं हंस दी।
फिर उसने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरी ब्रा को खोल दिया मेरे दूध सामने देखते हुए वह वासना से भर गया और उसने मेरी पैंटी की इलास्टिक में अपनी उंगलियां फंसा कर नीचे सरका दी।
मैंने उसी दिन चूत की सफाई की थी और कहीं न कहीं मैं भी कुणाल के साथ सेक्स करने की सोच कर आई थी।
बस मैं घबरा रही थी कि ये मेरा पहला अनुभव है तो सब कुछ कैसे होगा।
उसने मेरी चूत में अपनी ज़ुबान को डाला और हाथ ऊपर करके मेरे एक दूध को दबाने लगा।
मैं अपने ब्वॉयफ्रेंड से सब रिश्ते भूल चुकी थी। न्यू बॉयफ्रेंड के लंड के लिए मैं बेवफा गर्लफ्रेंड बन चुकी थी।
उसके साथ शादी तय हो चुकी थी, यह भी भुला दिया था उसने फिर से अपने लंड को मेरे मुँह में डाला और बोला- चूसो इसे जान मैं ज़ोर ज़ोर से लंड चूसने लगी और उसे मज़ा देती रही।
फिर उसने मेरी टाँग उठाई और अपना लंड मेरी चूत से लगा कर चूत के दाने को सहलाने लगा चूत के दाने से लंड के टकराने से मेरी आग और ज्यादा भड़क गई।
तभी अचानक से कुणाल ने लंड अन्दर घुसा दिया मेरी चीख निकल गई। उसने मुझे चूमते हुए कहा- सब ठीक हो जाएगा थोड़ी देर में यह मुझे भी मालूम था कि पहली बार में दर्द होता है।
मैं चुप हो गई और कुणाल की छाती पर हाथ अड़ा कर उसे धीरे धीरे पेलने की कहने लगी। उसने लंड चूत में डाले रखा और पागलों की तरह मुझे किस कर रहा था।
वह कभी चूचुकों को काट रहा था और कभी उन्हें खींचते हुए चूस रहा था कुछ देर बाद लंड ने चूत में जगह बना ली थी तो मेरा दर्द कम होने लगा था।
अब उसने भी धीरे धीरे चुदाई करना चालू कर दिया थोड़ी ही देर बाद वह ज़ोर ज़ोर से लंड को अन्दर बाहर करने लगा।
मैं चीट गर्लफ्रेंड बनकर मजा लेने लगी थी और चुदाई का सुख लेने लगी थी। मेरी दोनों टांगें खुद ब खुद हवा में उठ गई थीं और मैं उसकी कमर को पकड़ कर अपनी गांड उठाने लगी थी।
कुछ देर बाद वह रुक गया और उसने लंड चूत से बाहर निकाल लिया मुझे गुस्सा आने लगा कि चूत से लंड क्यों निकाला।
उसने मुझे पलटा दिया और बोला- क्या पीठ है तुम्हारी … मस्त माल हो तुम! वह मेरी गांड दबाने लगा।
फिर उसने पीछे से मेरी चूत में लंड पेला और धक्का देकर अन्दर कर दिया लंड अन्दर पेल कर वह बोला- आज ऐसी चूत मारूँगा तेरी कि तू भी याद करेगी.
यह कह कर उसने मेरे बाल खींचे और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा।
मैं चुदाई के नशे में मज़ा ले रही थी कुछ देर बाद उसने मुझे फिर से पलटा दिया और मेरा हाथ पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से चुदाई करता रहा।
काफी देर तक चोदने के बाद उसने अपना लंड निकाल कर मेरी नाभि पर माल गिरा दिया।
मैंने एक तौलिया से उसका लंड साफ किया और हम दोनों एक ही चादर में नंगे सो गए।
उसने एक घंटा बाद फिर से सेक्स किया और इस बार मैं भी उसके लंड के ऊपर बैठी उसने जोश में चोदा और मेरी चूचियों पर अपना रस गिरा दिया।
वह बोला- लंड चूसोगी? मैंने बिना कुछ कहे उसका वीर्य से सना हुआ लंड मुँह में ले लिया और उसे चूसती रही।
दो राउंड्स के बाद मैं घर वापस आ गई और मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड से फोन सेक्स किया उस वक्त भी न्यू बॉयफ्रेंड कुणाल ही मुझे याद आता रहा।
उस दिन के बाद से मौका मिलते ही घंटी की तरह मेरी चूत को बजा देता था।