दोस्तो, मैं आपका अपना सागर रायगढ़ छत्तीसगढ़ से.
आप लोगों ने मेरे पिछली कहानी
सेक्स के लिए लड़की ने मुझे पटाया
पढ़ीं और आप लोगों ने बहुत ही अच्छे अच्छे कमेंट किए.
उसके लिए तहे-दिल से शुक्रिया.
यह Xxx पुसी लिक कहानी कुछ दिन पहले की है जब मेरी कहानी
पाठिका की प्यासी चूत चोदाई
प्रकाशित हुई थी.
उसको पढ़कर एक लड़की ने मुझे मेल किया.
यह मेल मोनिका के नाम से आया था.
मोनिका ने मेल पर मेरी बहुत तारीफ की थी.
उसका रिप्लाई देते हुए मैंने उनका तहे-दिल से शुक्रिया अदा किया.
फिर उन्होंने एक और रिप्लाई किया जिसमें लिखा था कि आपने जिस पाठिका के साथ चूत चुसाई की है, क्या वैसा मेरे साथ कर सकते हैं?
शुरू में तो मैंने बहुत सोचा, फिर उनसे पूछा- क्यों, आपको सेक्स नहीं चाहिए क्या?
इस पर मोनिका ने कहा- नहीं, कुछ दिन बाद मेरी शादी होने वाली है और मैं वर्जिन हूं. मैं नहीं चाहती कि मेरे पति को कुछ शक हो, इसीलिए मैं सिर्फ चुसवाना चाहती हूँ और मज़ा लेना चाहती हूं.
इतना सुनकर मेरा मन थोड़ा उदास हो गया.
पर मैं बोला- आपको सेक्स नहीं करवाना है, सिर्फ पुसी लिक करवाना है और यदि आपको चूसते चूसते मेरा मन चुदाई करने का हो गया तो कैसे करेंगी?
मोनिका बोली- मुझे सिर्फ चूत चुसवाना है. हां आप मेरे बूब्स सकिंग … लिपकिस ये सब कर सकते हो.
यह सब सुनकर मेरा दिली इच्छा नहीं हुई कि ये क्या बात हुई … साला पहले से ही लंड को धोखा दिया जा रहा है.
फिर भी मैंने मोनिका को फोटो भेजने के लिए बोला.
पहले तो वह मुकर रही थी कि नहीं फ़ोटो भेजूंगी.
तो मैं बोला- देखो जी, मैं चूसने के लिए तैयार हूं … लेकिन एक शर्त पर. आप अपना फोटो भेजो.
उसने मना कर दिया- मैं फोटो शेयर नहीं कर सकती. हां इतना जरूर कर सकती हूं कि आप इंस्टाग्राम पर आओ और वहां वीडियो कॉल करके मुझे देख सकते हो.
मैंने ‘ठीक है.’ बोल दिया और अपनी इंस्टा आईडी उनको ईमेल कर दी.
उसने मुझे फॉलो किया और बस हाई बोला ही था कि उसका वीडियो कॉल आ गया.
मैंने लपक कर कॉल अटेंड किया.
सामने देखा तो शॉक हो गया.
क्या बात है … मिल्की व्हाइट लड़की देख कर मजा आ गया.
मैंने जैसे ही देखा मेरा लवड़ा फनफना गया और कब हाथ लौड़े पर चला गया, पता ही नहीं चला.
यह तो मुझसे भी छोटी उम्र की लग रही थी.
मैं अपने लंड को पकड़कर जोर जोर से आगे पीछे कर रहा था और उसके हाय बोलते ही मैंने उससे तुरंत कहा- हाय .. कब मिलना है मोनिका जी!
वह बोली- आप कहां से हो?
मैंने उसको बताया कि रायगढ़ छत्तीसगढ़ से हूँ.
न जाने क्यों वह रायगढ़ का नाम सुनकर खुश हो गई.
यह बाद में पता चला कि रायगढ़ शहर में ही उसका घर था और मेरे घर से कुछ किलोमीटर की दूरी में ही था.
मैंने पूछा- कब मिलना है?
वह बोली- समय आने पर बता दूंगी.
मैं बोला- ठीक है.
फिर एक हफ्ते बाद मेल आया ‘आज आप मिल सकते हैं क्या?’
मैं उस दिन बिल्कुल फ्री था तो मैंने हां बोल दिया.
उसने कहा- मुझे आकर ले जाओ.
मैंने कहा- मेरे कमरे पर आना पसंद करोगी ना!
वो बोली- हां आपके कमरे में ही चलना पसंद करूंगी. किसी और के कमरे में नहीं या किसी होटल के कमरे में भी नहीं.
मैंने हामी भर दी और अपने कमरे में उसके स्वागत की तैयारी करके तय समय पर मैं बाइक लेकर निकल गया.
जैसे ही मैं उसके घर पहुंचा और उसको देखा, तो हक्का बक्का ही रह गया और मुँह खुला का खुला रह गया.
उसके मम्मों की साइज 34 इंच की थी. वो वीडियो कॉल से भी काफी ज्यादा गोरी लग रही थी.
गुलाबी सूट में तो कसम से आग थी.
मेरा लौड़ा फनफना रहा था.
उसने भी मेरे लौड़े की भनभनाहट देख ली और स्माइल कर दी.
मैंने उसे अपनी बाइक पर बिठाया और अपने रूम पर ले आया.
मैं इस कमरे में अकेला ही रहता था, तो लाने में कोई परेशानी नहीं हुई.
उसने कमरे में जैसे ही एंट्री की, मैंने पंखे का बटन दबा दिया.
पंखे से गुलाब की पंखुड़ियों की झड़ी लग गई.
ये सब देखकर वह बहुत खुश हो गई.
मेरी आंखों को देखकर उसने एक प्यारी सी स्माइल देते हुए थैंक्यू कहा.
मैंने उससे चाय नाश्ते के लिए पूछा.
उसने हामी भरते हुए कहा- मैं बनाती हूँ.
उसके चाय बनाते हुए ही हम दोनों ने बातें करना शुरू की और बाद में साथ में चाय नाश्ता किया.
फिर हम दोनों मेन टॉपिक पर आ गए.
वो पहले सहज हो जाना चाहती थी तो हम दोनों करीब में बैठ गए थे.
सेक्स कहानी के टॉपिक पर बात होने लगी और मैं उसे अपनी कहानी पाठिका की चुदाई के बारे में बताने लगा.
बात करते करते उसका हाथ मेरे हाथ में और मेरा हाथ उसके हाथ में कब चला गया, कुछ पता ही नहीं चला.
ऐसे ही हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए और हमने किस करना शुरू कर दिया.
वह मेरे होंठों को किस कर रही थी और मैं उसके होंठों को.
फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में दे दी तो वो जीभ को चूसने लगी.
वाउ … क्या अहसास था … ऐसा लग रहा था कि क्या बताऊं.
मैंने धीरे से आगे बढ़कर उसके मम्मों को पकड़ा, तो उसके दूध बहुत टाइट थे.
आप समझ सकते हैं कि वह लड़की अब तक वर्जिन कैसे रही होगी.
फिर मैंने शर्ट निकालने के लिए बोला, तो वो मुझको ही निकाल देने को बोली.
कमीज को निकालते समय कुर्ती उसके मम्मों में फंस गई.
मैंने दूध दबाकर उसके कमीज को निकाला.
वह सिर्फ सफेद सिल्क की ब्रा में थी.
ब्रा भी ऐसी ट्रांसपेरेंट वाली कि देख कर मजा आ गया.
मैंने उसके मम्मों को चूसना शुरू किया.
सच में बड़ा मजा आ रहा था.
मैं एक दूध को दबा रहा था, तो दूसरे दूध को चूस रहा था.
फिर मैं दूसरे को चूसने लगा था, तो पहले को दबा रहा था.
वह ‘आआ … उह उह …’ कर रही थी.
मैं समझ गया था कि ये अब झड़ जाएगी.
मैंने थोड़ा सब्र रखा और उसके दोनों मम्मों को ब्रा से आजाद कर दिया.
आह … दोनों मम्मे सफेद कबूतरों की मानिन्द फुदकने लगे थे.
उसने लजा कर अपने हाथों से अपने दूध ढक लिए.
सच में वह बड़ी ही गोरी गोरी माल लग रही थी. इसलिए तो मैं उसको गोरी मैडम बोलने लगा.
अब वह गोरी मैडम मेरे लंड को पकड़ कर जोर जोर से दबा रही थी.
मैंने 69 की पोजीशन में आने का कहा.
वो हां बोल कर पोज में आ गई.
मैंने उसकी चूत पर अपना मुँह लगा दिया और नाक से गहरी सांस लेकर चूत को सूंघा.
आह … क्या मादक महक थी.
पता नहीं कौन से साबुन से नहाकर आई थी … या चूत पर खुशबू लगाई हुई थी कि चूत से बहुत मस्त महक आ रही थी.
मैंने जैसे ही चूत पर मुँह को लगाया, उसके मुँह से ‘आआहह्ह निकल गई.
उसी वक्त उसने मेरे लंड को इतना जोर से पकड़ा कि ऐसा लगा लौड़ा जड़ से ही टूट जाएगा.
मैं दर्द की वजह से चिल्लाया- क्या कर रही हो!
वह आंख बंद करके ‘आआह आई आह …’ ऐसे कर रही थी कि उसे मेरी आवाज से कोई फर्क ही न पड़ा हो.
वो बोली- रुक क्यों गए … चूसो न!
मैंने ओके कहा और चूत के रस को टेस्ट करने के लिए अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाल दी.
वो एकदम से कराही- ये क्या कर रहे हो!
सच में उसकी चूत वाकयी कुंवारी थी और उसको उंगली से ही तकलीफ होने लगी थी.
मैंने उंगली निकाली नहीं और अन्दर ही घुमाने लगा.
वह फिर से चिल्लाई- आह ऐसा नहीं न प्लीज. आप चूसो बस … आह.
बार बार वह चूत चूसने की रिक्वेस्ट करने लगी.
फिर मैंने जीभ डाल दी और उसकी चूत में को चूसना शुरू कर दिया.
वह ‘आआह ऊऊऊह आई.’ करके आवाजें निकालने लगी.
मैं कभी ऊपर ऊपर से चूत को चूसता, तो कभी चूत के अन्दर जीभ को डालकर चाटता.
उसको इतने से ही इतना मजा आ रहा था कि वह बार बार बोल रही थी- आह सागर जी, आज पहली बार मैं अपनी चूत चुसवा रही हूँ … और इतना मजा आ रहा है कि क्या बताऊं!
वह गोरी मेरे लंड को जोर जोर से हिला रही थी.
इससे कुछ ही देर में मेरा वीर्य निकलने को हो गया.
मैंने उससे मलाई मुँह में लेने को कहा लेकिन उसने संकोच में माल मुँह में नहीं लिया.
उसने झड़ जाने के बाद मेरे लंड को बहुत समय तक देखा और अचानक से उसको चूम कर एक प्यारा से किस कर दिया.
मैंने कहा- इतना प्यार आ रहा है तो इसमें जान डाल कर भी देख लो.
वो हंसी और बोली- कहीं जान डाल दी और इसने हमला कर दिया तो?
मैंने कहा- शिकारी मैं हूँ … मुझ पर भरोसा रखो जान!
वो बोली- सच में ये हमला नहीं करेगा?
मैंने कहा- सच्चे मर्द का बच्चा हूँ. जब तुम्हारे कहने पर उंगली निकाल ली थी, तो लंड कैसे डाल सकता हूँ!
वो कुछ नहीं बोली, बस मेरे लौड़े को हाथ से सहलाती रही.
फिर जैसे ही लंड में जान आना शुरू हुई तो उसने लौड़े को मुँह में ले लिया.
लौड़े में वीर्य के अंश लगे थे तो उसे वीर्य के नमकीन स्वाद का अहसास हुआ.
वह कहने लगी- नमकीन स्वाद आ रहा है.
मैंने कहा- हां इस बार चाहो तो पूरी नमकीन लस्सी को पीकर देखना. बड़ी पौष्टिक लस्सी होती है.
वह बोली- सच में ये पौष्टिक होती है?
मैंने कहा- हां प्योर प्रोटीन है.
वह कुछ नहीं बोली बस लौड़े को अपने गले गले तक लेती हुई चूसने लगी.
इस बार मुझे भी उससे लंड चुसवाने में मजा आ रहा था.
वह बिना किसी संकोच के लौड़ा चूस रही थी.
शायद इस बार वो वीर्य पीने का मन बना चुकी थी.
इधर मैंने 15 मिनट तक उसकी चूत की चुसाई की.
उसके बाद उसकी चूत से गर्म गर्म पानी निकल गया जिसे मैंने आसानी से पी लिया.
उसी समय उसने भी मेरे लौड़े के अंडों को सहलाना शुरू कर दिया और मेरे लौड़े से रसधार निकलने लगी.
वह मेरे लंड से निकलने वाले रस को खाती चली गई और चटखारे लेकर उसने लौड़े को साफ कर दिया.
अब वह थक गई थी, तो हांफ रही थी.
वह आगे करने को मना करने लगी और मेरे ऊपर आकर लेट गई.
मेरे सीने से लगकर वह मुझे प्यार करने लगी और उसने मन भर कर किस की.
ऐसे ही मैंने उसकी चूत को 4 बार चुसाई करके झाड़ दिया और उसे बिना चोदे मजा दे दिया.
इस तरह से उस गोरी मैडम के साथ एक प्यारा अनुभव हुआ.