मसाज पार्लर में मालिश और चुदाई

हाय दोस्तो, मेरा नाम अंकित है.. मैं कानपुर से हूं, मैं 5 फुट 11 इंच की हाइट का एक बहुत ही गोरा और फिट बॉडी का मालिक हूँ।

मेरे लंड का साइज भी बड़ा है, ये 6.5 इंच लम्बा और 2.5 मोटा है।

मैं एक मिडल क्लास परिवार से हूँ, मुझे पढ़ाई के लिए पैसों की बहुत जरूरत रहती थी, तो मैं कॉलेज में एडमिशन लेते ही एक मसाज पार्लर में जॉब करने पहुंच गया, मेरा अच्छा लुक और बॉडी होने की वजह से मुझे जॉब मिल भी गया।

यह बात पिछले साल अक्टूबर महीने की हैं उस समय गरबा का सीजन था, एक दिन ऐसे ही मालिक और मैं काम खत्म हो जाने के बाद दुकान बंद कर रहे थे, तो किसी का कॉल आया, मालिक ने कॉल उठाया और 2-3 मिनट बात की।

उन्होंने बात करने के बाद मुझसे कहा कि एक कस्टमर आने वाली है, तो तू रुक जा, मैं घर जा रहा हूँ, तुम काम खत्म होने के बाद पार्लर को बंद करके चाबी घर में देने आ जाना।

मैं- ठीक है,

मुझसे इतना बोलने के बाद वो चले गए और मैं भी कस्टमर का इंतजार करने में लग गया।

लगभग 20 मिनट बाद एक लाल कलर की कार दुकान के बाहर रुकी और उसमें से करीब 28 साल की एक औरत निकली, वो घाघरा पहने हुए क्या कमाल की लग रही थी।

उसकी नाभि को देख के ही मैं पागल हो गया, वो थोड़ी सांवली सी थी, लेकिन उसका फिगर देख के कोई भी बंदा मुंठ मारने पर मजबूर हो जाए। उसके 32 इंच के चुचे, 30 इंच की बलखाती कमर और 34 इंच की उभरी हुई गांड.. वाह क्या माल दिख रही थी।

वो मेरे करीब आ चुकी थी वो मुझसे बोली- बस देखते ही रहोगे या स्वागत भी करोगे?

मैं हड़बड़ाते हुए बोला- सॉरी मैम, प्लीज अन्दर आइये।

वो अन्दर आके सोफे पे बैठी और मैंने उन्हें रेट लिस्ट और मसाज के टाइप और उनके बारे में बताया, उसने एक महंगी सी मसाज को चुना।

उस बीच मैंने उनका नाम पूछा, तो उसने पहले पूछा- नाम का क्या करोगे?

मैंने बोला- डायरी में लिखना होता है।

तब उसने अपना नाम तान्या बताया, अब मैं भी तैयारी करने लगा और उसे कपड़े बदलने का बोल दिया।

वो 5 मिनट बाद मसाज के कपड़े पहन कर मेरे पास आयी, आह.. क्या बताऊं क्या माल लग रही थी.. साला मेरा तो मन कर रहा था कि इसको यहीं पटक कर चोद दूँ।

मैंने किसी तरह खुद पर संयम किया और उसको मसाज टेबल पे लेटने को कह कर कपड़े निकालने लगा।

क्या बताऊं यारों साली का क्या फिगर था.. मेरा तो लंड सलामी दे रहा था।

वो हंसने लगी और मेरे बारे में पूछने लगी, मैंने भी अपने बारे में उसको पूरी बात बता दी।

फिर उसने अपने बारे में बताया कि वो हैदराबाद की है, उसके हस्बैंड के जॉब के कारण यहां आयी है।

मैं- आप क्या करती हो?

रोशनी- मैं हाउस वाइफ हूँ.. क्यों?

मैं- आप अपनी बॉडी को इतना मेंटेन रखे हो.. इसलिए पूछा।

कुछ देर उससे सामान्य बातें हुईं, उसने बताया कि अभी तक उनका बच्चा नहीं हुआ है।

मैं धीरे धीरे उसके शरीर की मसाज करता रहा। बीच बीच में मैं उसकी गांड के ऊपर से हाथ फिरा लेता, तो वो सिहर जाती।

वो- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?

मैं एकदम से चौंक गया क्योंकि किसी कस्टमर ने आज तक मुझसे ऐसा नहीं पूछा था, हमें ये सब बात करने की परमीशन भी नहीं थी, क्योंकि हमेशा कोई न कोई काम करने वाला या मालिक सामने ही रहते ही थे।

मैंने बताया- मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है।

वो- तभी इतना घूर रहे हो, पहली बार किसी लड़की की मसाज कर रहे हो?

उसकी इस बिंदास भाषा से मैं भी थोड़ा खुल गया और बोला- मसाज तो बहुतों की की है, लेकिन आप में तो अलग ही बात है।

यह बात मैंने आँख मारते हुए कही, तो वो हंस दी, मैंने भी समझ लिया कि हंसी तो फंसी।

अब मैंने उसको सीधा लेटने को बोला, उसके तने हुए दूध देखते ही मेरे लंड में अलग ही पावर आ गया। फिर मैंने उसके बदन पर तेल लगाना चालू किया। मेरे लंड का हाल तो बस पूछो ही मत भाई.. लंड साला पूरा तन गया था, मैंने भी सोच लिया था कि आज इस भाभी को चोदूँगा ही।

मैंने धीरे धीरे हाथ चलाना चालू किया और मैं ठीक उसके मुँह के पास आ गया।

मैंने उससे बातों में उलझाया और इस तरह से उसके दूध को मसाज करने लगा.. जैसे ये सब मेरे लिए सामान्य सी बात हो, इससे हुआ ये कि उसकी मादक सिसकारियां निकलना चालू हो गईं।

एक तो पहले ही मेरा लंड एकदम तना हुआ था, उसकी कामुक आवाजों से मेरा लंड और भी फनफना उठा और उसके कान से टकराने लगा। उसके मुँह से सिर्फ ‘इसस्सस्..’ की आवाज आ रही थी।

जैसे ही मैं नीचे झुका, अचानक उसने अपना होंठ मेरे होंठ पे रख दिया, मेरी तो चाहत ही पूरी हो गई.. मैं भी उसे किस करने लगा।

दो ही पल में माहौल एकदम बदल गया, मैं उसके ऊपर चढ़ गया, बस 5 मिनट लगातार किस के बाद हम अलग हुए और मैं सीधा उसके चुत पर टूट पड़ा, उसकी मादक सिसकारियां पूरे रूम में गूँज रही थीं।

रोशनी कामुक हो गई थी और मुझसे गाली देकर बात करने लगी थी, वो बोली- चूस लवड़े चूस.. बहुत आग है इसमें.. ना जाने कब से प्यासी है, हस्बैंड तो साला गांडू निकला मादरचोद को मेरी परवाह ही नहीं है।

वो ना जाने क्या क्या बोले जा रही थी।

मैंने देर ना करते हुए लंड निकाल के उसकी चुत की फांकों में सैट किया और जोर से धक्का लगा दिया, एक ही धक्के में मेरा लंड तान्या की चूत में आधा घुस गया, वो एकदम दर्द से पागल हो गयी.

वो कराहते हुए बोली- फाड़ डाली रे.. मादरचोद.. तूने बता तो दिया होता

मैं थोड़ा सा रुका और फिर धक्का लगाया, इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत के अन्दर जड़ तक चला गया, वो मादक कराह से दोहरी हुई जा रही थी।

फिर मैं थोड़ा रुक गया और उसका एक दूध मसलने लगा और दूसरा दूध पीने लगा, वो मस्त हो गई और अपनी गांड उचकाने लगी,

मैंने भी लंड को धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू कर दिया।

बस 2 मिनट बाद मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ा दी और उसको जोर जोर से चोदने लगा, फिर 5 मिनट बाद मैं झड़ गया और अपना लंड खींच कर सारा वीर्य उसकी नाभि में डाल दिया।

वो बोली- भोसड़ी के… मेरे मुँह में डालना था ना तेरा माल

मैं- अभी तो और टाइम है.. मेरी जान.. ले चूस मेरा लंड.. और जगा मेरे शेर को

वो मेरा लंड चुसने लगी. मैंने मालिश खत्म की और 5 मिनट के चुसाई के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया, अबकी बार मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से अपना लंड पेल कर दस मिनट तक उसे वैसे ही चोदता रहा.

इसके बाद तो वो समझो पागल सी ही हो गयी और बड़बड़ाने लगी- वाह.. साले मादरचोद.. क्या मस्त लंड पाया है..

कॉलेज के बाद मैं आज ही अच्छे से चुदी हूँ, अब तक जितने लंड से भी चुदी हूँ, उनमें सबसे सबसे अच्छा लंड तेरा ही निकला है..

चोद मेरे राजा और बुझा दे प्यास ये.. आह्ह.. और तेज चोद।

मैं भी धकापेल चुदाई में लगा रहा।

कुछ ही देर में वो तेज तेज सांसें लेने लगी कुछ देर में झड़ गई और उसके झड़ने के बाद मैं भी झड़ने वाला था.. तो मैं लंड निकाल कर उसके सामने आ गया, उसने भी जल्दी से उठ कर अपना मुँह खोल दिया, मैंने उसके मुँह में सारा माल गिरा दिया.

कुछ देर यूं ही रुके रहने के बाद मैंने उसे साफ किया, कपड़े पहनाए और हम दोनों जाने को तैयार हो उठे।

जाते समय उसने मुझे अलग से कुछ रूपए दिए और मेरा नंबर लेके चली गयी, उसने जाते समय मुझसे अलग से घर बुला कर चुदाई की बात तय कर ली थी।

अब वो मेरे साथ कभी भी चुदाई का प्रोग्राम बना लेती है।