नमस्कार दोस्तो, मैं दीपक, एक सेक्सी गर्ल की सेक्सी स्टोरी के साथ हाज़िर हूं मैं जोधपुर राजस्थान से हूं और प्राइवेट जॉब करता हूं।
यह हॉट गर्ल फर्स्ट फक स्टोरी मेरी एक फ्रेंड राशि की है।
बात आज से चार साल पहले की है कॉरपोरेट सेक्टर में जॉब करते हुए मुझे अच्छा अनुभव हो गया था इसलिए बड़ी बड़ी कंपनी में मेरी अच्छी जान पहचान थी।
इसी दौरान मेरे दूर के चाचा जी ने मुझे कॉल किया और बताया कि उनके दोस्त की बेटी है, उसे जॉब की जरूरत है मेरे कहने पर चाचा जी ने उस लड़की को मेरा नंबर दे दिया और मुझे उसका नंबर दे दिया।
इस बात को कुछ दिन बीत गए थे, मैं भी उसको कॉल करना भूल गया था फिर अचानक एक दिन उसका कॉल आया।
उधर से बहुत प्यारी सी आवाज़ आई- हैलो! मैं राशि बोल रही हूं. मैंने आपके चाचा जी से आपके नंबर लिया था. मेरी उनसे जॉब के लिए बात हुई थी।
मैंने कॉल पर उससे सामान्य बातचीत करके उसकी एजुकेशन और अनुभव के बारे में पूछा फिर अपनी मेल आईडी पर उसको अपना सीवी भेजने का बोला।
हमारी बात खत्म हुई और फोन रख दिया कुछ ही देर में उसने अपना सीवी मेरी मेल आईडी पर भेज दिया।
मैंने अपने फ्रेंड सर्कल में बात करके एक बड़ी कंपनी में उसकी जॉब लगवा दी, जहां उसे काफी अच्छा पैकेज भी मिला वह खुश हो गई और मिठाई लेकर घर पर भी आई।
मेरे चाचा जी भी खुश हो गए जब वह मिठाई लेकर घर आई तो मैं उसे देखता रह गया क्योंकि मैं उससे पहली बार मिल रहा था।
उसने ब्लू जींस और पिंक टॉप पहना हुआ था उसके उभरे हुए चूचों से उसका फिगर बहुत हॉट लग रहा था वह सिर्फ 24 साल की थी और मैं 28 का था।
उस दिन उसने हमारे यहीं खाना खाया उसको इसी शहर में जॉब पोस्टिंग मिली थी तो उसको एक फ्लैट की भी जरूरत थी।
उसकी ज्वाइनिंग से पहले मैंने उसे किराये पर फ्लैट भी दिला दिया उसकी जॉब भी अच्छी चल रही थी।
अब हमारी फोन पर और मैसेज पर सामान्य बातचीत होने लगी।
धीरे धीरे हमारी चैट एडल्ट चैट में बदलती गई वह भी मुझे ब्लू फिल्म और सेक्सी पिक भेजती, मैं भी उसे भेज देता।
ऐसे ही हमारी दोस्ती मजबूत होती गई और हम दोनों बाहर मिलने लगे ना मेरी कोई गर्ल फ्रेंड थी ना उसका कोई बॉय फ्रेंड था।
पहली बार जब मैंने उसे फोन पर किस किया तो वह बोली- सांसें ऊपर नीचे हो रही हैं।
फोन कॉल पर रियल में उसकी जोर जोर से सांसें चलने की आवाज़ आ रही थी।
मैंने कहा- अपने आप को संभालो डियर।
उस दिन हमारी कॉल काफी घंटो तक चली जिसमें हम दोनों ने जमकर फोन सेक्स किया बाद में उसने बताया था कि उसकी पैंटी पूरी गीली हो गई थी।
वह बोली- मुझे प्यार की शुरुआत रोमांटिक तरीके से करनी है मैंने कहा कि और वह कैसे होता है?
वह मेरी आँखों में आंखें डाल कर देखने लगी और बोली- अंग से अंग मिला कर।
मैंने उसके हाथ से हाथ मिलाया और कहा- लो मिल गया अंग से अंग वह हंस दी।
मैंने कहा- पगली उसे मारूँगी नहीं कहते हैं मरवाऊंगी कहते हैं वह जोर से हंस पड़ी हम दोनों हंसने लगे।
फिर एक दिन उसके फ्लैट पर मैं पहली बार आया था इसी दौरान वह मुझसे नज़दीक होती रही।
फिर उसने मेरी शर्ट के ऊपर से ही सीने पर एक किस किया मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसके ऊपर आ गया।
मैंने उससे कहा- क्या तुम सच में मुझे प्यार करती हो?
यह सुनकर उसकी आंखों में आंसू आ गए मैंने उसके आंसू पौंछे और दोनों हाथ पकड़ कर उसके ऊपर झुक कर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए।
हमारा यह किस लगभग पांच मिनट चला।
वह मेरे मुँह में जीभ देने लगी थी और हम दोनों एक दूसरे की लार को पीने लगे थे।
फिर मैंने उसके चेहरे पर किस की, कान के पास, गाल पर … उसके बाद गर्दन पर किसी की तो वह सिहर उठी।
फिर नीचे की तरफ उतरते हुए कुर्ती के ऊपर से उसके सीने पर, पेट और लैगी के ऊपर से उसकी जांघों पर किस की तो वह तड़प उठी।
मैंने नीचे आकर उसके पैरों में भी किस की तो उसने तुरंत मुझे पकड़ कर ऊपर की तरफ खींच लिया और मेरी शर्ट में हाथ डाल कर मेरी कमर को सहलाने लगी।
मैंने उसकी कुर्ती ऊपर करके उसके पेट पर किस किया वह पूरी तरह से गर्म हो गई थी।
उसकी कुर्ती इतनी ऊपर उठ गई कि उसकी ब्रा दिखने लगी थी जैसे ही मैं ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स दबाने लगा, वह मचल उठी।
फिर मैंने अपनी शर्ट को निकाल दिया और उसके बाद उसकी सहमति से उसकी कुर्ती भी निकाल दी।
उसको अपनी गोद में लेकर मैं उसके बूब्स दबा रहा था और एक हाथ से उसके पेट को सहला रहा था।
धीरे धीरे मेरा हाथ अपने आप उसकी लैगी के अन्दर जाने लगा तो महसूस हुआ उसकी पैंटी पूरी तरह से गीली हो गई।
मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाला तो वह उछल पड़ी और मुझे लिप किस करने लगी।
मैंने उसकी लैगी और पैंटी खोल दी, साथ ही ब्रा भी खोल दी बेड पर नंगी लेटी राशि बेहद कामुक लग रही थी।
मैंने अपने पूरे कपड़े खोल दिए और उसके पैरों के बीच में आ गया और उसकी सफाचट चूत पर अपने होंठों को लगा दिया।
अपनी चूत पर पहली बार किसी लड़के के होंठ महसूस करके वह बेड पर बहुत जोर से उछली और जोर जोर से आह भरती हुई सिसकारियां लेने लगी।
वह कुछ ही पलों बाद मजे से अपनी चूत चटवा रही थी. चूत चटवाते हुए वह बड़बड़ा भी रही थी- दीपक, मुझे भी चूसना है।
फिर मैं 69 की पोजीशन में आ गया. अब वह मेरा लंड चूस रही थी और मैं उसकी चूत चाट रहा था।
पूरा रूम कामुक सिसकारियों और आहों से गूंज रहा था राशि चिल्लाने लगी थी- दीपक प्लीज अब मत रुको … कुछ करो।
उसके बाद मैं उसके पैरों के बीच में आया और अपने लंड को उसकी चूत पर रख कर सहलाने लगा।
इससे उसकी तड़प बढ़ रही थी और वह अपनी गांड उठा रही थी ऐसा लग रहा था, जैसे वह लंड पेलने के लिए मिन्नतें कर रही हो।
फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया, जिससे उसकी गांड थोड़ा ऊपर को उठ गई अब मैंने लंड को उसकी चूत पर टिकाकर हल्का सा अन्दर को दबाया तो वह सिहर गई।
मेरा लंड मुश्किल से एक इंच भी अन्दर नहीं गया था कि उसकी जोरदार चीख निकल गई पूरा कमरा उसकी आवाज से गूंज उठा।
मैंने लंड को वहीं रोका और उसके दूध दबाने लगा इससे उसका ध्यान चूत से हटकर मम्मों पर आ गया।
इसी दौरान मैंने उसके मुँह में पैंटी फंसाई और दोनों हाथ जकड़ कर जोर से झटका दे दिया इस बार आधे से ज्यादा लंड उसकी चूत में धंस गया था।
उसकी आंखें बाहर आ गईं और आंखों में आंसू आ गए थे मैंने पैंटी को उसके मुँह से निकाल कर उसके सिर को सहलाया और उसको लिप किस करने लगा।
वह मेरी कमर को सहला रही थी दर्द हल्का पड़ने पर मैंने दूसरा झटका लगाया तो वह पूरी ताकत से चिल्लाई।
मगर लंड पूरा अन्दर तक उतर चुका था फिर मैं उसको दुबारा किस करने लगा थोड़ी देर बाद उसका दर्द कम हुआ, तो वह हिलने लगी।
मैं हल्के हल्के से लंड अन्दर बाहर करने लगा लगभग 20 मिनट की चुदाई में हम दोनों काफी थक गए थे।
मैं झड़ गया जब लंड बाहर निकाला तो उसकी चूत खून से लाल हो रही थी और बिस्तर पर भी खून बिखर गया था उसके चेहरे पर एक अलग ही खुशी थी।
मैंने उसको बेड से उठाया चुदाई के बाद उससे चला नहीं जा रहा था तो मैं सहारा देकर बाथरूम में ले गया वहां हमने शॉवर लिया।
उसके बाद मैंने खाना ऑर्डर किया हमने साथ में खाना खाया।
तब मैंने उसका कमरा ठीक ठाक किया और जब वह थोड़ा अच्छा महसूस करने लगी थी, तब मैं अपने घर आ गया।
धीरे धीरे हमारा प्यार गहरा होता गया उसके बाद हम दोनों का ऑफिस का काम भी बहुत अच्छा चल रहा था।
इस दौरान हम सप्ताह में एक दो बार सेक्स एन्जॉय कर लेते थे हम दोनों बहुत खुश थे।
दो साल बीत गए हमने शादी के लिए अपने घर वालों को मनाने की भी कोशिश की लेकिन हम सफल नहीं हुए।
ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था दोनों की शादी अलग अलग हो गई हम दोनों ने कई बार शादी के बाद भी चुदाई की।
दोस्तो, कमेंट करके जरूर बताएं कि मेरी यह सेक्स स्टोरी आपको कैसी लगी।