मेरे बॉयफ्रेंड ने मेरी चूत चोद दी

दोस्तो, आशा हैं आप सब अच्छे होंगे। मेरा नाम नमिता हैं। मैं 22 साल की हूँ। अभी मैं कॉलेज की पढाई कर रही हूँ। मेरा रंग गोरा है और मेरी हाइट 5 फ़ीट 4 इंच है और मेरा फिगर 32-30-34 का है।

मेरी यह जो बॉयफ्रेंड सेक्स स्टोरी जो मैं आपके सामने पेश कर रही हूँ यह मेरा सच्चा अनुभव हैं। मेरी यह कहानी पिछले साल की हैं जब मैं अपने 12वीं बोर्ड के एग्जाम दे रही थी। मेरी चूचियां इतनी बड़ी नहीं थी जितनी अभी हैं लेकिन मेरी चूचियों का साइज ठीक-ठाक था।

उस समय मेरा एक दोस्त था जिसका नाम मनीष था और हम दोनों अच्छे दोस्त थे। मुझे वो पसंद था लेकिन मैंने उसे इस बारे मैं बताया नहीं था।

मेरी कुछ सहेलियाँ अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करती थीं और क्लास में सेक्स के बारे में बताती भी थी। सहेलियों की चुदाई की बातें सुनकर मेरा भी सेक्स करने का मन करता था।

कॉलेज के रूम में मैं अपनी क्लास अटेंड कर रही थी और अपनी सहेली के साथ बैठकर कुछ पढ़ रही थी। मेरी पास वाली सीट पर मनीष भी अपने दोस्त के साथ बैठ कर मस्ती कर रहा था।

कुछ समय के बाद मैंने देखा कि मनीष चुपके से मेरी चूचियों को ताड़ रहा हैं लेकिन मैंने उसे कुछ नहीं बोला फिर क्लास खत्म हो गयी और मैं घर आ गई। 

शाम को करीब 5 बजे मेरे फ़ोन पर पास मनीष का मैसज आया उसमें लिखा था- मुझे तुझसे कुछ बात करनी है।

मैंने भी रिप्लाई दिया- क्या बात करनी है? वो बोला- मुझे कुछ चाहिेए मैंने पूछा- क्या चाहिए?

मनीष – आज जब मैं तेरे सामने में बैठा था और तू पढ़ रही थी तो मैं उस वक़्त तेरी चूचियों को निहार रहा था। यार, सच बताऊं तो मेरा मन कर गया तेरी चूचियों के साथ खेलने का।

मैं बोली- तू पागल हो गया है क्या? ये क्या कह रहा हैं ? ऐसा कुछ नहीं हो सकता वो मुझे मनाने लगा।

मैंने उसको साफ मना कर दिया. हालांकि अंदर से मेरा भी मन कर रहा था उसके साथ सेक्स करने का मगर मैंने खुद को रोके रखा।

अगले दिन कॉलेज में में जल्दी पहुँच गई और मैंने देखा तो मनीष पहले से ही क्लास में था और फिर मेरी सहेली भी आ गई उस वक़्त क्लास में केवल हम तीन ही थे मेरी सहेली मैं और मनीष।

करीब 10 मिनट बाद मेरी सहेली उसके बॉयफ्रेंड से मिलने चली गई।

मेरी सहेली के जाते ही मनीष उठकर मेरे पास आकर बैठ गया उसने मेरी कमर में हाथ डाल दिया क्योंकि हम दोनों ही थे क्लास में अकेले।

मैंने उसकी ओर देखा तो वो बोला- यार एक बार टच करने दे ना प्लीज?

मैं बोली- नहीं, ये क्लास में कैसी हरकत कर रहा है, किसी ने देख लिया तो?

वो बोला- यार कोई नहीं देखेगा, अभी कोई नहीं आने वाला।

फिर वो मेरे पेट पर सहलाने लगा मुझे अच्छा लगने लगा उसका छूना वो मेरी चूचियां छूने के लिए बोलता रहा।

और आखिर में मैंने हां कर दी और बोली- एक बार ही कर लो उससे ज्यादा नहीं करने दूंगी।

मेरी हां मिलते ही उसने मेरी दाईं चूची को पकड़ कर दबा दिया एक बार दबाते ही उसको सेक्स का नशा चढ़ गया और वो फिर दोनों हाथों में दोनों चूचियों को दबाने लगा मुझे भी अच्छा लगने लगा और मजा आने लगा।

वो मेरी चूची दबाते हुए मेरी गर्दन को सहलाने लगा और बोला- नमिता मैं तुझे प्यार करना चाहता हूं तू मेरी गर्लफ्रेंड बनेगी क्या?

अब मैं भी उसके प्यार को पाना चाहती थी इसलिए मैंने मैंने उसी वक्त उसको हां कर दी फिर हमने किस किया और मुझे बहुत अच्छा लगा।

उस दिन के बाद से हमारी चुदाई की कहानी शुरू हो गयी वो मौका देखकर मेरी चूचियां दबा देता था।

एक दिन उसने मुझसे बोला- अब मुझे तुझको और अच्छे से प्यार करना है मैं उसका मतलब समझ गयी वो मुझे चोदना चाहता था।

मैं बोली- ठीक है, थोड़ा रुको, वो भी कर लेना।

अगले दिन संडे था और मेरे मम्मी पापा को उस दिन बाहर जरूरी काम से जाना था मैंने सोचा कि क्यों न मनीष को बुलाया जाये।

मम्मी पापा के जाते ही मैंने मनीष को फोन कर दिया- मैं घर पर अकेली हूं अगर तू मिलना चाहता है तो मिल सकता है।

वो बोला- ठीक है मेरी रानी, बस मैं अभी आता हूं। 20 मिनट बाद वो मेरे घर आ पहुंचा उसने बेल बजाई और मैंने दरवाजा खोल दिया।

हम लोग अंदर आ गये और अंदर से दरवाजा लॉक कर लिया कमरे में जाते ही मनीष मेरे होंठों को चूमने लगा।मैं भी उसका साथ देने लगी।

5 मिनट तक होंठों का रस पीने के बाद उसने मेरे टॉप को उतार दिया।

मैंने नीचे ब्लैक कलर की ब्रा पहनी हुई थी वो ब्रा के ऊपर से ही मेरी चूचियों पर टूट पड़ा।उनको जोर जोर से दबाने लगा।

मैं मचलने लगी और बोली- आह्ह … धीरे करो यार, दर्द हो रहा है।

मगर उस पर तो सेक्स का नशा छाने लगा था वो मेरी चूचियों में ब्रा के ऊपर से ही मुंह से चूसने लगा।

फिर वो मेरी गर्दन पर चूमने लगा और मेरी ब्रा के हुक खोलने लगा मेरी ब्रा को उसने पीछे से ही उतार दिया और मेरी नर्म नर्म चूची नंगी होकर उसके हाथ में आ गयीं।

वो मेरी चूची दबाने लगा और मेरी चूचियों को मुंह में लेकर जोर जोर से पीने लगा।मैं दर्द से कराह उठी और साथ ही मुझे अजीब सा नशा भी होने लगा।

उसकी जीभ जब मेरे निप्पलों को चूस रही थी तो मैं मदहोश होती जा रही थी काफी देर तक वो मेरी चूचियों को पीता रहा।
उसके बाद उसने मेरी जीन्स को खोलना शुरू कर दिया।

मेरी चूचियां तनकर खड़ी हो गयी थीं और निप्पल भी कड़क हो गये थे।

जब उसने जीन्स खोलकर नीचे की तो मैं देखकर हैरान थी उसके बदन की आग ने मेरी चूत का पानी निकाल दिया था।

फिर वो मेरी पैंटी को सूंघने लगा. उसने मेरी चूत पर नाक लगा दी और मैं सिहर सी गयी।

फिर धीरे धीरे उसने मेरी पैंटी नीचे कर दी मेरी गोरी कुंवारी गुलाबी चूत उसने नंगी कर दी जिस पर छोटे छोटे बाल थे।

वो मेरी चूत को चूसने लगा. मेरे पूरे बदन में सिरहन होने लगी और अजीब सा मजा आने लगा इससे पहले मैंने कभी ऐसा अहसास नहीं पाया था।

वो मेरी चूत को ऊपर से चाटता रहा और मैं जैसे पागल सी होने लगी।

फिर उसने मेरी चूत में जीभ को अंदर घुसा दिया मेरी जोर से आह्ह … निकल गयी और मैंने उसके बालों में हाथ फंसा दिये उसके सिर को पकड़ कर अपनी चूत पर जोर से दबा दिया।

उसने मुझे सोफे पर गिराया और मेरी टांगों को चौड़ी करके मेरी चूत में जीभ से तेजी से अंदर बाहर करने लगा।

मैं मदहोश होने लगी अपनी गांड को उठाकर अपनी चूत उसके मुंह की ओर उछालने लगी। वो भी कुत्ते की तरह मेरी चूत को चाट रहा था।

फिर मेरे पूरे बदन में एक लहर सी उठी और मैंने उसके मुंह को कसकर अपनी चूत पर दबा दिया मेरी चूत से गर्म गर्म पानी निकल कर उसके मुंह में जाने लगा।

उसने मेरी चूत को चाट चाट कर मुझे मदहोश कर दिया।

फिर वो खड़ा हो गया और अपने कपड़े उतारने लगा. मैं पहली बार उसको कपड़े उतारते देख रही थी। मैंने कभी किसी लड़के को नंगा नहीं देखा था।

मनीष ने अपनी शर्ट उतार दी नीचे बनियान थी उसके बाद उसने वो भी निकाल दी उसकी छाती नंगी देखकर मुझे अच्छा लगा।

फिर वो अपनी पैंट उतारने लगा। उसने पैंट उतारी तो उसकी चड्डी में उसका लण्ड पेड़ की तरह तन कर खड़ा था।

मैंने पहली बार तना हुआ लंड देखा था फिर उसने चड्डी को भी उतार दिया और पूरा नंगा हो गया।

वो मुझे लंड चूसने के लिए कहने लगा लेकिन मैंने मना कर दिया फिर वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड पर ले गया। वहां उसने मुझे लिटाया और मेरे ऊपर आ गया।

अब हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे उसने मेरी टांगें खुलवा दी थी और वो उनके बीच में था जिससे उसका लंड मेरी चूत पर नीचे ही नीचे टकरा रहा था।

मुझे अपनी चूत पर लंड की छुअन बहुत अच्छी लग रही थी काफी देर तक हम दोनों एक दूसरे को चूमते रहे।

फिर वो दोबारा से मेरी चूचियों पर आ गया वो बारी बारी से मेरी दोनों चूचियों को पीने लगा।

अब वो चूमते हुए नीचे बढ़ा और मेरी नाभि पर किस करने लगा मैं फिर से गर्म होने लगी थी।

फिर वो मेरी चूत तक पहुंच गया और उसमें धीरे से उंगली दे दी मैं उचक गयी और उसने आधी उंगली मेरी चूत में उंगली करनी शुरू की मुझे अच्छा लगने लगा।

फिर वो मेरे ऊपर आ गया उसने मेरी चूत पर लंड रखा और रगड़ने लगा उसका लंड 7 इंच के करीब था। उसने चूत के मुंह पर लंड लगाया और धक्का देने लगा।

मुझे दर्द होने लगा और मैं चिल्लाने लगी मगर उसने मेरे मुंह पर हाथ रख दिया और लंड को अंदर धकेलता चला गया।

दर्द के मारे मेरी जान निकल गयी और वो लंड धकेलता हुआ आह्ह … आह्ह … करता हुआ मेरे ऊपर लेट गया।

मेरी आंखों में आंसू आ गये और मैं रोने लगी वो लेटा रहा और मुझे चूमता रहा मुझे चूत में लंड का अब मजा मिलना शुरू हो गया था।

कुछ समय बाद उसने लंड अंदर बाहर करना शुरू कर दिया अब मुझे मजा आ रहा था मनीष मेरी चूचियों को चूसते हुए मेरी चूत में लंड अंदर बाहर करने लगा।

वो तेजी से मुझे चोदे जा रहा था और मैं सिसकारने लगी थी- आह्ह … मनीष … ओह्ह … … आह फाड़ दे मेरी चूत को … आह्ह … ओह्ह जान … ओह्ह … आई लव यू

कुछ देर के बाद मैं चुदने का मजा लेने लगी वो भी अब मस्ती में चोदने लगा. कुछ देर तक चोदने के बाद उसकी स्पीड बढ़ने लगी।

मनीष भी चुदाई के मजे में डूब गया था और सिसकार रहा था- आह्ह … जान … मजा आ रहा है ना … आह्ह … तेरी चूत तो बहुत गर्म और टाइट है … आह्ह … मेरी जान … तू पहले क्यों नहीं चुदी … आह्ह … तेरी चूत … ओह्ह।

इस तरह से करीब 20 मिनट तक हम दोनों चुदाई करते रहे मुझे बहुत मजा आ रहा था और अब मैं गांड उठा उठाकर चूत में लंड ले रही थी फिर अचानक मेरी चूत से पानी निकल गया।

अब भी मेरा बॉयफ्रेंड सेक्स करने में तेजी से लगा हुआ था. अब रूम में पच पच की आवाज होने लगी मेरी चूत बहुत चिकनी हो गयी थी।

फिर जब वो झड़ गया तो उसने एकदम से लंड को बाहर निकाल लिया वो लंड को निकाल कर हाथ से हिलाने लगा और कुछ ही सेकेन्ड के बाद उसके लंड से कई पिचकारी निकली और उसने अपना सारा माल मेरे पेट पर गिरा दिया।

फिर हम दोनों लेट गये। मैंने देखा कि मेरी चूत से खून निकल रहा था पहली चुदाई में अक्सर खून आता है चूत की सील टूटती है तब। उसने मुझसे कहा।

उसके बाद हम लिपट कर बातें करने लगे और कुछ देर बाद फिर से एक दूसरे को चूमने लगे थोड़ी देर में ही उसका लंड फिर से खड़ा हो गया और वो एक बार फिर से मुझे चोदने लगा।

इस बार मुझे और भी ज्यादा मज़ा आने लगा और मैं भी अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी दूसरी बार उसने मुझे बहुत देर तक अलग अलग पोजीशन में चोदा कभी घोड़ी बनाकर तो कभी मैं ही मनीष के लण्ड पर बैठकर कूदने लगी।

उसने मुझे तीन बार चोद कर मेरी चूत को सूज दिया फिर वो अपने घर चला गया उस दिन के बाद से मेरा बॉयफ्रेंड मनीष के साथ चुदने का खेल शुरू हो गया था।

मनीष से मैं उस दिन के बाद काफी बार अपनी चूत और गांड मरवा चुकी हूँ। अभी भी जब भी हमें मौका मिलता हैं तो मेरा पुराना आशिक मेरी जमकर चूत और गांड की बैंड बजाता हैं और मुझे भी उसके लण्ड से अपनी चूत और गांड बजवाने में मज़ा आता हैं। मैं जमकर चुदती हूँ उसके लण्ड से।

तो दोस्तो, इस तरह से मेरी पहली बार चुद चोद दी मेरे बॉयफ्रेंड ने। आपको मेरी बॉयफ्रेंड से हुई चुदाई की कहानी कैसी लगी? नीचे कमेंट बॉक्स में बताना न भूले।